रामनगरी की ड्रेनेज व्यवस्था को बड़े सुधार की जरूरत
नगर निगम के फैजाबाद शहर में सीवर लाइन ही नहीं रामनगरी भी झेलती रही जलभराव
अयोध्या : जलनिकासी की व्यवस्था रामनगरी में अपना उद्धार तलाशती नजर आती है। नगर निगम क्षेत्र में 27 बड़े और 60 छोटे नाले जलनिकासी के लिए बने हैं, लेकिन हर साल सफाई के अभाव में यह उफनाते जरूर हैं। इसबार भी नगर निगम ने दावा किया कि नालों की सफाई 30 जून तक पूरी करा दी गई है, लेकिन हाल फिर भी वही है। हल्की सी बरसात में ही शहर की तमाम गालियां जलमग्न हो जाती हैं।
रामनगरी की यह समस्या काफी लंबे समय से चली आ रही है, जिसमें सुधार को लेकर जिम्मेदारों में इच्छाशक्ति का अभाव दिखा। सियासी महत्व की होने के नाते रामनगरी को सीवर लाइन तो मिल गई, लेकिन फैजाबाद शहर में आजतक सीवर लाइन की सुविधा नहीं मिल सकी। करीब चार साल पहले नगर पालिका वजूद में थी। उस वक्त फैजाबाद में सीवर लाइन निर्माण के लिए पहल शुरू हुई। अमृत अटल योजना के तहत सीवर लाइन बिछाई जानी थी। इसी बीच नगर निगम गठन की कवायद में यह योजना दब कर रह गई। फैजाबाद में सीवर लाइन निर्माण जल निगम को कराना है, लेकिन विभाग की शिथिलता के कारण यह योजना सुस्त पड़ी हुई है। जुड़वा शहरों के अधिकांश नाले भी मरम्मत मांगते हैं। शहर में नालों पर अतिक्रमण की शिकायत तो नहीं है, लेकिन फतेहगंज, सिविल लाइन, नाका सहित रामनगरी के अधिकांश मुहल्लों में नालियों पर किया गया अतिक्रमण जलनिकासी में बड़ी बाधा बन गया है।
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वर्षा जल निकासी प्रणाली पर चल रहा विचार
रामनगरी के विकास का नया तानाबाना बुना जा रहा है। ऐसे में जल निकासी को लेकर एक नई व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है। बनारस की तरह रामनगरी में वर्षा जल निकासी प्रणाली विकसित करने की ओर शासन का ध्यानाकर्षण कराया गया है। इस व्यवस्था के तहत वर्षा जल की निकासी के लिए अलग से ड्रेनज व्यवस्था की जाएगी। ताकि बरसात का पानी शहरों में एकत्र होने के बजाए उचित माध्यम से होते हुए सीधा नदी में चला जाए। अपर नगर आयुक्त सच्चिदानंद सिंह ने बताया कि उस बारे में जलनिगम मुख्यालय के उच्चाधिकारियों से वार्ता की गई है।