दोपहर में होगा मेगा शो का आगाज
अयोध्या : तीन दिवसीय दीपोत्सव का आगाज तो रविवार से ही हो गया पर इस मेगा शो का शिखर मंगलवार
अयोध्या : तीन दिवसीय दीपोत्सव का आगाज तो रविवार से ही हो गया पर इस मेगा शो का शिखर मंगलवार को परिभाषित होगा। शिखर के वैभव का रंग दोपहर से बिखरेगा, जब साकेत महाविद्यालय से एक साथ रामकथा से जुड़ी झांकियां निकलेंगी। शोभायात्रा में 11 झांकियां तो सूचना विभाग के पांच सौ कलाकारों की ओर से संयोजित हैं, जबकि चार झांकियां कोरिया, रूस, लाओस तथा त्रिनिदाद में प्रचलित रामकथा की परंपरा का प्रतिनिधित्व करेंगी। शोभायात्रा मुख्य मार्ग से तीन किलोमीटर का सफर तय कर रामकथा पार्क में पहुंचेगी, जहां पुष्पक विमान के प्रतीक हेलीकाप्टर से आ रहे भगवान राम एवं सीता के स्वरूप की अगुवानी और राम राज्याभिषेक के प्रसंग को मंचित करने की तैयारी है। दूसरी ओर दीपोत्सव की मुख्य अतिथि के रूप में पधार रहीं दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति की पत्नी किम जुंग सुक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक एवं बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन के साथ 24.66 करोड़ की लागत से प्रस्तावित रानी हो के स्मारक विस्तारीकरण का शिलान्यास करेंगी। इसी के बाद मुख्यमंत्री रानी हो के स्मारक के बगल ही स्थित रामबाजार का उद्घाटन करेंगे। सायं चार से साढ़े चार बजे के बीच का समय भगवान राम की अगुवानी एवं राज्याभिषेक के लिए प्रस्तावित है। इसी के बाद मुख्य अतिथि सहित मुख्यमंत्री, दोनों राज्यपाल तथा सेवानिवृत्त थल सेना अध्यक्ष एवं विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके ¨सह का उद्बोधन होगा। सायं सवा छह से पौने सात बजे के बीच मुख्यमंत्री अन्य मेहमानों के साथ सरयू के सहस्त्रधाराघाट पहुंच कर पुण्यसलिला का पूजन एवं आरती करेंगे। इसी के साथ ही रामकी पैड़ी एवं सरयू के घाटों पर एक साथ तीन लाख 35 हजार दीपों का प्रज्ज्वलन शुरू होगा। इसके बाद रामकी पैड़ी के क्षितिज पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ लेजर शो से रामकथा का इंद्रधनुषी ¨बब बिखेरेंगे और सरयू के उस पार आकाश में आतिशबाजी की लड़ी फूटने के साथ दीपोत्सव का अभिनंदन हो रहा होगा। रात 8:30 से 10:30 बजे के बीच रामकथापार्क में इंडोनेशिया, रूस, त्रिनीडॉड तथा कोरिया के कलाकारों की रामलीला भी प्रस्तावित है। सुदर्शन पटनायक भी चुराएंगे आकर्षण
- दीपोत्सव अंतरराष्ट्रीय ख्याति के कलाकार सुदर्शन पटनायक की कृति से भी सज्जित हो रहा है। उन्होंने रामकथा संग्रहालय के प्रांगण में शनिवार से ही बालू का संग्रह शुरू कराया। बालू के ढेर पर वे भगवान राम की आकृति उकेरने में लगे हैं। उनकी कला के गवाह आम लोगों सहित दीपोत्सव के खुशूसी मेहमान भी बनेंगे