अधिकारियों एवं किसानों के बीच बैठक बेनतीजा
नव्य अयोध्या के लिए प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण में गतिरोध.किसानों ने कहा समुचित मुआवजा बिना नहीं देंगे जमीन.
अयोध्या : नव्य अयोध्या के लिए प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण के संबंध में आवास एवं विकास परिषद (भूमि अर्जन अनुभाग) के अधिकारियों और किसानों के बीच बैठक बेनतीजा रही। अधिकारियों का कहना था कि वे सरकार के निर्देश पर किसानों से बात करने आये हैं। किसान भी वार्ता का आमंत्रण पा उत्साहित नजर आये और अयोध्या-फैजाबाद फोरलेन पर ग्राम शाहनवाजपुर के मुहाने पर बड़ी संख्या में किसान आवास एवं विकास परिषद के अधिकारियों की बात सुनने आये। इस दौरान अधिकारियों की शर्त सुनकर किसान आहत हो उठे। किसानों को डर है कि सरकार उनकी जमीन मनमाने दर पर लेकर उन्हें दर-दर की ठोकर खाने पर विवश कर सकती है। वार्ता में शामिल किसान संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष एवं शाहनवाजपुर के प्रधान श्याम जी दुबे के अनुसार आवास विकास परिषद 1965 के भूमि अर्जन कानून की दुहाई देकर औने-पौने दाम पर किसानों की भूमि हासिल करना चाहती है और किसानों को भूमि के समुचित मूल्य का अधिकार देने वाले 2013 के भूमि अर्जन कानून से पल्ला झाड़ रही है। अधिकारियों के रुख से अवगत होते ही किसानों का पारा चढ़ गया और उन्होंने कहा, इस शर्त पर वे अपनी जमीन कतई नहीं देंगे और इसके लिए भले ही उन्हें जान देनी पड़े। किसानों का रुख भांप आवास एवं विकास परिषद की ओर से वार्ता में शामिल विभाग के अधिशासी अभियंता कैलाशचंद्र श्रीवास्तव एवं सहायक अभियंता ओपी पांडेय उल्टे पांव लौट गये। हालांकि उन्होंने किसानों की भावना से शासन को अवगत कराने तथा निकट भविष्य में एक और बैठक करने का आश्वासन दिया। अधिकारियों की मौजूदगी में शिष्टाचार का परिचय दे रहे किसानों का आक्रोश उनके लौटते ही फूट पड़ा और उन्होंने नारेबाजी करते हुए एलान किया कि वे अपनी भूमि अपनी शर्तों पर देंगे और सरकार उन्हें दबाने की कोशिश करने के बजाय उनकी शर्तों पर भी गौर करे। वार्ता के दौरान शिवपूजन यादव, पूर्व प्रधान नंगा यादव, राजदेव यादव, साधु दुबे, ह्रदयराम, रामसुरेमन, राजकरन दुबे, रज्जू पांडेय आदि सहित शाहनेवाजपुर, तिहुरा, माझा बरहटा के सौ के करीब किसान मौजूद रहे। सरकार की योजना नव्य अयोध्या के लिए 11 सौ एकड़ भूमि हासिल करने की है।