..मैं बेकरार हूं आवाज में असर के लिए
राज्यपाल कल्याण सिंह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल दिल्ली प्रदेश भाजपाध्यक्ष मनोज तिवारी आदि से मिल चुके नागराज कहते हैं देशहित के मसलों पर सभी ईमानदार हैं पर उन्हें देश को वास्तविक ऊंचाई पर ले जाने के लिए सियासत-सत्ता के मोह से ऊपर उठना होगा। वे मंगलवार को बाराबंकी होते हुए लखनऊ की ओर रवाना होंगे। उनकी इच्छा उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उन्हें अपना एजेंडा सौंपने की है।
अयोध्या : वो मुतमइन हैं पत्थर पिघल नहीं सकता/ मैं बेकरार हूं आवाज में असर के लिए। हिदी गजल के शलाका पुरुष दुष्यंत कुमार की यह पंक्ति चरितार्थ होते देखना हो तो मिलिए कर्नाटक के हासन जिला निवासी नागराज गौड़ा से। 50 वर्षीय नागराज देशभक्ति, राष्ट्रीय एकता एवं विश्व शांति का संदेश लेकर देशव्यापी साइकिल यात्रा पर हैं। उन्होंने यात्रा की शुरुआत तीन दिसंबर 2017 को मुंबई की अंधेरी से शुरू की और अब तक वे गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, हिमांचलप्रदेश, उत्तराखंड सहित उत्तरप्रदेश के विभिन्न जिलों में करीब 10 हजार किलोमीटर का सफर तय करते हुए सोमवार को रामनगरी में पहुंचे। रामनगरी पहुंचने से पूर्व वे कुंभ मेला के दौरान प्रयागराज और भोले की नगरी बनारस भी हो आए हैं।
प्रख्यात गांधीवादी एसएन सुब्बाराव से प्रेरित नागराज का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस निष्ठा से राष्ट्रीयता की भावना बुलंद कर रहे हैं, वह अत्यंत प्रेरक है और उनके इस महायज्ञ में सभी 130 करोड़ भारतीयों को अपनी आहुति डालनी होगी। ताकि ऐसे भारत का निर्माण हो सके, जो विश्व गुरु की अपनी विरासत से न्याय कर सके। 15 माह से संचालित यात्रा का अनुभव साझा करते हुए नागराज कहते हैं, लोगों में राष्ट्रीयता का भाव तो है पर उन्हें अपनी भावना साकार करने का हौसला भी दिखाना होगा। स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक सछ्वाव, राष्ट्रीय सुरक्षा आदि से जुड़े सरोकार को ध्यान में रखकर वे कहते हैं, सभी में इन मूल्यों के प्रति आदर है पर इस पर अमल के लिए और परिष्कृत-परिमार्जित होना होगा। यात्रा के दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यपाल कल्याण सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल, दिल्ली प्रदेश भाजपाध्यक्ष मनोज तिवारी आदि से मिल चुके नागराज कहते हैं, देशहित के मसलों पर सभी ईमानदार हैं पर उन्हें देश को वास्तविक ऊंचाई पर ले जाने के लिए सियासत-सत्ता के मोह से ऊपर उठना होगा। वे मंगलवार को बाराबंकी होते हुए लखनऊ की ओर रवाना होंगे। उनकी इच्छा उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उन्हें अपना एजेंडा सौंपने की है।