शौर्य दिवस पर सीआरपीएफ के शहीदों को किया गया नमन
अयोध्या नवीन मंडी स्थित सीआरपीएफ 63 बटालियन के शिविर में शौर्य दिवस का आयोजन किया गया। बट
अयोध्या : नवीन मंडी स्थित सीआरपीएफ 63 बटालियन के शिविर में शौर्य दिवस का आयोजन किया गया। बटालियन के कमांडेंट छोटेलाल ने पाकिस्तानी आक्रमण को अपने अदम्य साहस से निष्फल करने में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित किया। कमांडेंट ने शौर्य दिवस पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने जवानों को संबोधित करते हुए कहाकि नौ अप्रैल 1965 को पश्चिमी पाकिस्तान की सीमा से सटे भारतीय क्षेत्र पर अपना दावा स्थापित करने के लिए ऑपरेशन डेजर हार्क चलाया था। उस वक्त पश्चिमी पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गुजरात में सरदार और टाक चौकियों का रखरखाव सीआरपीएफ की द्वितीय बटालियन की चार कंपनियां कर रही थीं। पाकिस्तानी सेना की इंफ्रेंट्री बिग्रेड के 3500 सैनिकों ने सरदार और टाक चौकियों पर हमला कर दिया। सीआरपीएफ जवानों ने वीरतापूर्वक सामना कर दुश्मनों के आक्रमण को निष्फल कर दिया। सीआरपीएफ ने 34 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया, जबकि चार को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में सीआरपीएफ के छह जवान भी शहीद हो गए। सीआरपीएफ के इन्हीं वीर जवानों की शहादत को सम्मान देने के लिए हर वर्ष नौ अप्रैल को शौर्य दिवस मनाया जाता है। कमांडेंट ने शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस मौके पर द्वितीय कमान अधिकारी सरकार राजा रमन, उप कमांडेंट विनोद कुमार पाठक सहित अन्य अधिकारी एवं जवान मौजूद रहे।
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आदर्श इंटर कॉलेज में शहीद राजकुमार को दी गई श्रद्धांजलि
जासं, अयोध्या: धारा रोड स्थित आदर्श इंटर कॉलेज के समस्त स्टॉफ एवं छात्राओं ने शहीद सीआरपीएफ जवान राजकुमार यादव को श्रद्धासुमन अर्पित किया। सीआरपीएफ कमांडेंट छोटेलाल ने शौर्य दिवस के अवसर पर कॉलेज में पहुंचकर सीआरपीएफ के बारे में छात्रों को विस्तार से बताया। उन्होंने छात्रों को अवगत कराया कि गत तीन अप्रैल को बीजापुर में हुए नक्सली हमले शहीद रानोपाली निवासी राजकुमार यादव आदर्श इंटर कॉलेज के ही छात्र थे। कक्षा से 12 तक की पढ़ाई उन्होंने आदर्श इंटर कॉलेज से ही पूरी की। वर्ष 1993 में हाईस्कूल व 1995 में इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उनका चयन सीआरपीएफ में हो गया। कॉलेज के स्टॉफ ने भी अपने बहादुर छात्र राजकुमार को श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस मौके पर प्रबंधक ओमप्रकाश अग्रवाल, प्राचार्य वीपी सिंह आदि मौजूद रहे।