येदियुरप्पा के त्यागपत्र पर कांग्रेसी मुदित
फैजाबाद : कांग्रेस कार्यालय कमला नेहरू भवन के सामने कार्यकर्ताओं ने कर्नाटक में बीजेपी के अ
फैजाबाद : कांग्रेस कार्यालय कमला नेहरू भवन के सामने कार्यकर्ताओं ने कर्नाटक में बीजेपी के अल्पमत वाले मुख्यमंत्री के इस्तीफे पर खुशी का इजहार एक-दूसरे को मिष्ठान खिलाकर किया। कांग्रेस के प्रदेश सचिव राजेंद्रप्रताप ¨सह ने कहा, सत्ताबल व धनबल के सामने ईमानदारी और निष्ठा की जीत हुई। प्रदेश सचिव सुनील पाठक ने कहा सर्वोच्च न्यायालय ने लोकतंत्र की हत्या होने से बचा लिया। जिलाध्यक्ष रामदास वर्मा ने कहा, अल्पमत वाले मुख्यमंत्री के इस्तीफे से अमित शाह व प्रधानमंत्री मोदी का अहंकार टूटा है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य मोहम्मद शरीफ ने कहा, सच्चे का बोलबाला झूठे का मुंह काला किया। इस अवसर पर खुशी जताने वालों में एआइसीसी सदस्य केके सिन्हा, उग्रसेन मिश्र, पीसीसी सदस्य बृजेश ¨सह चौहान, वेद ¨सह कमल, सुनील कृष्ण गौतम, हरजीत ¨सह सलूजा, शरद शर्मा, विजय यादव, रजनीश शर्मा, रंजीत सोनकर, धर्मेंद्र ¨सह फास्टर, मंशाराम यादव, राकेश मौर्या, अवधेश तिवारी, करन त्रिपाठी, मोहम्मद दानिश जिया, उमर मुस्तफा, चंचल सोनकर, मोहम्मद वसीम खान, वीरेंद्र सैनी, बुद्धप्रकाश श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
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कर्नाटक कांड से बेनकाब हुई भाजपा : शुक्ल
फैजाबाद : कर्नाटक में बिना बहुमत के धनबल एवं बाहुबल के सहारे सत्ता हथियाने की भाजपाई कोशिश के नाकाम होने से लोकतंत्र मजबूत हुआ है। इससे बार-बार नैतिकता की दोहाई देने वाली भाजपा बेनकाब हुई है। यह कहना है प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं दिल्ली तीर्थ यात्री बोर्ड के उपाध्यक्ष रहे दयानंद शुक्ल का। उन्होंने कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में कोलार जिले में कांग्रेस उम्मीदवार रूपा शशिकला के लिए चुनाव प्रचार किया था। शुक्ल ने कहा कि भाजपा ने देश के कई राज्यों में सबसे बड़े दल होने के बावजूद कांग्रेस को सरकार बनाने से रोका और कर्नाटक में खरीद-फरोख्त के सहारे सत्ता पर कब्जा जमाना चाहती थी। राज्यपाल ने भी भाजपा का सहयोग कर पद की गरिमा गिराई। उन्होंने कहा कि इसका खामियाजा भाजपा को हर राज्यों में आगामी चुनाव में भुगतना पड़ेगा। ----------------- तालियों से गूंज उठा वकालतखाना
फैजाबाद : कर्नाटक में यदुरप्पा के इस्तीफे की खबर मिलते ही वकालतखाना तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। वकालतखाना सुबह से ही खचाखच भरा था। अधिवक्ता व वादकारी टीवी से चिपके रहे। सायं चार बजे के पहले ही वकालतखाना में तिल रखने की जगह नहीं थी। शक्ति परीक्षण का परिणाम आते ही यहां का माहौल तेजी से बदल गया। लोगों ने देर तक तालियां बजाईं। हालांकि देर तक इस बात की उत्सुकता बनी रही कि आखिरकार सरकार की हार कैसे हुई। कोर्ट ने लोकतंत्र को चीरहरण से बचाया : पांडेय
- सपा के प्रदेश सचिव एवं पूर्व विधायक जयशंकर पांडेय ने येदियुरप्पा के त्यागपत्र के पीछे सुप्रीमकोर्ट के निर्णय की सराहना की। उन्होंने कहा, कोर्ट ने लोकतंत्र को चीरहरण से बचाया और निकट भविष्य में भी लोकतंत्र समर्थकों को भाजपा के फासीवादी चरित्र से देश को बचाए रखने की जरूरत है। मुस्लिम लीग के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. नजमुल हसन गनी ने कर्नाटक के घटनाक्रम को लोकशाही की जीत बताई। अंबेडकर विचार मंच के महासचिव डॉ. आरपी भास्कर ने कहा, कर्नाटक में येदियुरप्पा का त्यागपत्र लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं अधिवक्ता शेषनाथ दुबे ने कहा, कर्नाटक के घटनाक्रम से भाजपा का लोकतंत्र विरोधी चेहरा उजागर हुआ है।