Move to Jagran APP

जर्जर स्कूलों में पढ़ने को मजबूर हैं नौनिहाल

प्राथमिक शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है लेकिन स्कूलों के जर्जर भवनों की

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Dec 2019 10:59 PM (IST)Updated: Wed, 18 Dec 2019 06:05 AM (IST)
जर्जर स्कूलों में पढ़ने को मजबूर हैं नौनिहाल
जर्जर स्कूलों में पढ़ने को मजबूर हैं नौनिहाल

अयोध्या : प्राथमिक शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है, लेकिन स्कूलों के जर्जर भवनों की मरम्मत की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बच्चे जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर हैं।

loksabha election banner

मवई विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय छोटीबनी का भवन जर्जर है। शौचालय भी नहीं बना है। नौनिहाल परेशान हैं। यहां अध्ययनरत 95 नौनिहाल खुले मैदान में पढ़ाई करने को मजबूर है। मवई ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय छोटीबनी की स्थापना वर्ष-2012 में हुई थी। पूर्व में करीब दो सौ की छात्र संख्या वाले इस विद्यालय में धीरे-धीरे बच्चों की संख्या घटकर 95 रह गई, जिन्हें पढ़ाने के लिए तीन शिक्षकों की तैनाती है। खंड शिक्षा अधिकारी अरुण वर्मा ने भवन की बदहाली से अनभिज्ञता जताई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.