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नगर आयुक्त और पार्षदों के बीच जमकर नोकझोंक

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By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 12:00 AM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 12:00 AM (IST)
नगर आयुक्त और पार्षदों के बीच जमकर नोकझोंक
नगर आयुक्त और पार्षदों के बीच जमकर नोकझोंक

अयोध्या : बुधवार को नाराज पार्षदों ने नगर आयुक्त आरएस गुप्ता का आवास घेरकर प्रदर्शन किया। वार्ता के लिए पहुंचे नगर आयुक्त को पार्षदों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। स्थिति गंभीर होती देख पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। पार्षदों और नगर आयुक्त के बीच जमकर बहसबाजी हुई। पार्षदों ने गुप्त पर धन की बंदरबाट का आरोप लगाया। नगर आयुक्त ने पार्षदों की हरकत को गैरजिम्मेदाराना बताया। उन्होंने कहा, वे हर जांच के लिए तैयार हैं।

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गुप्त का कहना है कि 18 करोड़ रुपये का मैनुअल टेंडर निकालने के लिए उन पर दबाव बनाया जा रहा है। ये शासन की गाइड लाइन के खिलाफ है। इस पर शासन ने मार्गदर्शन मांगा गया है। उधर पार्षद अपनी निधि से कराए जाने वाले कार्यों का टेंडर निकालने की मांग पर अड़े हैं। पार्षदों ने नगर आयुक्त के आवास में धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पार्षद अशोका द्विवेदी ने नगर आयुक्त से जवाब मांगा कि कूड़ेदान की खरीद सहित अन्य कार्यों के लिए बजट मिल जाता है, लेकिन पार्षद निधि से टेंडर निकालने में आनाकानी क्यों की जा रही है। जनता का कार्य नहीं होगा तो पार्षद क्या जवाब देंगे। पार्षद विशाल पाल ने कहाकि 11 फरवरी को आंदोलन के बाद कहा गया था कि तीन दिनों में पार्षद निधि के कार्यों का टेंडर निकाल दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। अब कहा जा रहा है कि बोर्ड फंड में रुपया नहीं बचा। ये पार्षदों के साथ धोखाधड़ी है। टेंडर मैनुअल निकाला जाए या फिर ई-टेंड¨रग हो, लेकिन टेंडर निकालकर कार्य कराया जाए। प्रदर्शन में अनिल ¨सह, उमेश यादव सहित बड़ी संख्या में पार्षद व उनके प्रतिनिधि मौजूद रहे।


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