ईंट भट्ठों पर कार्यरत श्रमिकों के लिए श्रमिक स्पेशल
जिला प्रशासन ईंट भट्ठों पर कार्यरत श्रमिकों को उनके घर भेजने के लिए 13 जून को ट्रेन रवाना कराने का कर रहा है प्रयास. उप श्रम आयुक्त को दी गई जिम्मेदारी. सभी श्रमिकों की सकुशल वापसी निकटतम रेलवे स्टेशन तक स्पेशल ट्रेन से होगी. श्रमिकों का किराया ईट भट्ठा मालिक देंगे
अयोध्या : जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने कहा कि ईंट भट्ठों पर कार्यरत श्रमिकों को उनके घर ले जाने के लिए 13 जून को ट्रेन रवाना कराने का प्रयास है। उप श्रम आयुक्त को निर्देशित किया कि ईट भट्ठों पर कार्य कर रहे सभी श्रमिकों की सकुशल वापसी निकटतम रेलवे स्टेशन तक श्रमिक स्पेशल ट्रेन से कराएं। श्रमिकों का किराया ईट भट्ठा मालिक देंगे। उन्होंने कहा, ईंट भट्ठा मालिकों से उनके यहां कार्य कर रहे श्रमिकों की संख्या के आधार पर धनराशि जमा करा लें। ईंट भट्ठों पर राजस्थान, झारखंड, उड़ीसा व बिहार आदि प्रदेशों के श्रमिक कार्य कर रहे हैं। प्रत्येक ईंट भट्ठा मालिक से श्रमिकों के पारिश्रमिक का पूर्ण भुगतान का प्रमाणपत्र भी लेने को कहा। जिलाधिकारी बैठक कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में एक से डेढ़ लाख लोगों को रोजगार प्रदान किया जाना है। जिले में 75 हजार श्रमिक मनरेगा के तहत कार्यरत हैं। डीएम ने लॉकडाउन के पूर्व के निर्माण कार्य तेजी से पूरा कराने को कहा, जिन कार्यों की स्वीकृति तथा धनराशि मिल गई है, उन्हें बिना देरी किए शुरू करें। स्वीकृति लेने की आवश्यकता नहीं है। कहा, सभी को मास्क पहनाने और शारीरिक दूरी बनाए रखने में सफल रहे तो संक्रमण के प्रसार को रोकने में सफल होंगे। जिन विभागों से मनरेगा के प्रस्ताव अभी नहीं आए, वे दो दिन में प्रस्ताव देकर कार्य प्रारंभ कराएं।
अधिकारियों से कहा कि अपने कार्यालय में अनिवार्य रूप से सभी कर्मचारियों को मास्क पहनने को निर्देशित करें। सैनिटाइजर, सेंसर सैनिटाइजर के साथ-साथ इंफ्रा, थर्मामीटर भी रखें। उन्होंने कहा कि एक कर्मचारी को थर्मल स्कैनिग करने के लिए लगाएं। हाथों को सैनिटाइज करने को वह बताए। कहा, कोरोना वायरस से बचने के इंतजाम की वजह से डॉक्टर, मेडिकल स्टॉफ,पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी,निगरानी समिति के सदस्य कोई भी संक्रमित नहीं होने पाया।