रामपुर पुवारी व कैथी को कटान से बचाने का ब्लू प्रिट तैयार
रामपुरपुवारी को कटान से बचाने के लिए 12 करोड़ की परियोजना
अयोध्या : प्रति वर्ष सरयू नदी की कटान का दंश झेल रहे सदर तहसील में माझा रामपुरपुवारी व रुदौली तहसील के कैथी को बचाने का ब्लूप्रिट तैयार करने के बाद शासन की हरी झंडी मिल गई है। रामपुरपुवारी को बचाने के लिए ब्लूप्रिट के अनुसार छह किमी लंबाई में सरयू नदी को गहरा कर धारा का रास्ता बदला जाएगा। इस काम पर लगभग 12 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नदी की धारा बदलने के बाद प्रति वर्ष होने वाली कटान का खतरा टल जाएगा। सरयू नदी की धारा रामपुरवारी से दूर चली जाएगी। सिचाई विभाग के यांत्रिक खंड बनारस को नदी की ड्रेजिग (गहरा) का प्रोजेक्ट मिला है। रामपुर पुवारी प्रतिवर्ष सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से कटान की चपेट में आ जाता है।
कैथी में प्रतिवर्ष होने वाली कटान से उसे सुरक्षित करने के लिए सिल्ट जमा कराने के उपाय बाढ़ कार्य खंड करेगा। दो दिन पहले मुख्य अभियंता सलाहकार समिति की लखनऊ में हुई बैठक में बाढ़ कार्य खंड की कैथी बचाव परियोजना को हरी झंडी मिल गई। करीब दो करोड़ रुपये कटान निरोधक कार्य पर खर्च होंगे। इससे पहले इसी तरह के उपाय से रुदौली तहसील के मंहगूपुरवा को कटान से सुरक्षित किया जा चुका है। बीते वर्ष महंगूपुरवा को बचाने के लिए बाढ़ कार्य खंड ने काम कराया था। अधिशासी अभियंता शशिकांत प्रसाद का दावा महंगूपुरवा को कटान से बचा लेने का है। नदी की ड्रेजिग किए जाने से माझा रामपुरपुवारी की लगभग 12 हजार की आबादी सुरक्षित हो जाएगी। बस्ती जिले का माझा अटवल कित्ता भी ड्रेजिग से बचाया जा सकेगा। रामपुरपुवारी व अटवल कित्ता की हजारों एकड़ कृषि भूमि भी कटान से बच सकेगी। माझा रामपुरपुवारी में प्रतिवर्ष कटान लगती है। दशरथ समाधि से दिलासीगंज तक बंधा निर्माण के लिए भूमि न मिलने से प्रोजेक्ट अटक गया है। बंधा निर्माण के लिए भूमि मिलने की उम्मीद क्षीण होने के बाद शासन स्तर पर कटान से बचाने के लिए ड्रेजिग का निर्णय लिया गया।