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मंदिर मुद्दे की सरगर्मी में डूबी अयोध्या, धर्मसभा में भीड़ जुटाने की जुगत

रामनगरी में मंदिर मुद्दे की सरगर्मी है। 24 नवंबर को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का आगमन सुर्खियों में है। 25 नवंबर की धर्मसभा की धमक भी गूंजने लगी है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 07:11 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 07:11 PM (IST)
मंदिर मुद्दे की सरगर्मी में डूबी अयोध्या, धर्मसभा में भीड़ जुटाने की जुगत
मंदिर मुद्दे की सरगर्मी में डूबी अयोध्या, धर्मसभा में भीड़ जुटाने की जुगत

अयोध्या (रघुवरशरण। रामनगरी इन दिनों मंदिर मुद्दे की सरगर्मी में डूबी है। एक ओर मंदिर के लिए कानून बनाने की मांग के साथ 24 नवंबर को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के आगमन की तैयारी सुर्खियों में है, तो दूसरी ओर 25 नवंबर को विश्व हिंदू परिषद की प्रस्तावित धर्मसभा की धमक भी गूंजने लगी है। मंदिर के अन्य दावेदारों  सहित अयोध्या विवाद से जुड़े पक्षकार भी ताल ठोंक रहे हैं। शुक्रवार सुबह से मोक्षदायिनी नगरी की 14 कोसी परिक्रमा शुरू हो रही है। परिक्रमा को लेकर पूर्व संध्या से ही श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया है। कोई और साल होता, तो रामनगरी परिक्रमार्थियों के स्वागत में समर्पित नजर आती पर इस बार मंदिर मुद्दे की दावेदारी फलक पर है।

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बड़ा भक्तमाल मंदिर में विहिप की धर्मसभा 

बड़ा भक्तमाल मंदिर के जिस विशाल परिसर में विहिप की धर्मसभा प्रस्तावित है, उसके समतलीकरण का कार्य चल रहा है। इस कार्य की निगरानी के लिए सांसद, महापौर, विधायक सहित विहिप-भाजपा के कार्यकर्ताओं का तांता लग रहा है, जो यह बता रहा है कि धर्मसभा कितनी प्रतिष्ठापरक बन पड़ी है। हालांकि आयोजक एक लाख और आयोजन की तैयारी में लगे कार्यकर्ता धर्मसभा में दो लाख तक की भीड़ जुटाने का भरोसा दिला रहे हैं पर इतने लोगों को जुटाना आसान नहीं होगा।

कारसेवकपुरम में पदाधिकारियों का जमघट 

रामनगरी का मौजूदा माहौल 1989 के रामजन्मभूमि मुक्ति यज्ञ, 1990 और 92 की कारसेवा जैसा है पर आज मंदिर मुद्दे के प्रति उस दौर जैसी प्रतिबद्धता शायद ही हो। इसके बावजूद यदि लाखों की भीड़ जुटाने का हौसला है, तो उसके पीछे संगठन और सत्ता के विशद प्रबंधन पर भरोसा है। कारसेवकपुरम में विहिप एवं संघ के शीर्ष पदाधिकारियों का जमघट लगने लगा है और वे सत्र दर सत्र बैठकों के माध्यम से धर्मसभा की सफलता का आह्वान कर रहे हैं। आयोजन से जुड़े जिम्मेदार प्रतिनिधि शिक्षण संस्थानों में भी दस्तक दे धर्मसभा के लिए छात्रों तथा शिक्षकों को बुला कर रहे हैं।

एक माह में चार बार आए संजय राउत

उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे को कामयाब बनाने में जुटे शिवसेना संसदीय दल के नेता व राज्यसभा सदस्य संजय राउत सहित शिवसेना के कई सांसद, महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और विधायक पखवारे भर पूर्व से ही रामनगरी का चक्कर लगा रहे हैं। राउत माह भर में सोमवार को चौथी बार रामनगरी के दौरे पर पहुंचे। दो दिन प्रवास के बाद वापस लौट गए पर महाराष्ट्र के सार्वजनिक उपक्रम मंत्री एकनाथ शिंदे आयोजन से जुड़ी कोर कमेटी के साथ डेरा डालकर कार्यकर्ताओं को युद्धस्तर पर लगने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। 24 को अयोध्या पहुंच रहे उद्धव उसी दिन रामनगरी के 1100 संतों का पूजन करेंगे और अगले दिन रामलला का दर्शन करेंगे।

आयोजनों से भी सरगर्मी को मिला आयाम

हनुमानबाग मंदिर में मंदिर के पक्षकार महंत धर्मदास ने बाबरी के मुद्दई मो. इकबाल के साथ बैठक कर विवाद की शीघ्र सुनवाई के लिए राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया, तो तपस्वी जी की छावनी के महंत परमहंसदास ने मंदिर निर्माण में बाधा बने नेताओं की मति शुद्ध के लिए गुरुवार को ही अनुष्ठान किया।


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