Ayodhya Ram Temple News: 51 सौ कलशों से सज्जित होगी अयोध्या, 84 कोस के 151 स्थानों पर होगा जप-अनुष्ठान
Ayodhya Ram Temple News अयोध्या महोत्सव न्यास मिट्टी के 51 सौ कलशों से रामनगरी को सज्जित करेगा।
अयोध्या, जेएनएन। Ayodhya Ram Temple News: रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के भूमि पूजन पर अयोध्या महोत्सव न्यास मिट्टी के 51 सौ कलशों से रामनगरी को सज्जित करेगा। ये कलश साकेत महाविद्यालय से अयोध्या मार्ग पर लगाए जाएंगे। यह कलशों को कलात्मक ढंग से रंगों, गोटे व दीपों से सजाया जा रहा है। इन कलशों को विभिन्न संस्थाओं से जुड़े कलाकार, न्यास के पदाधिकारी एवं संस्कार भारती के सदस्य निर्मित कर रहे हैं। न्यास अध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव की ओर से मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के मौके को यादगार बनाने के लिए भरपूर कोशिश की जा रही है।
फरवाही नृत्य के कलाकार विजय यादव, लोकगायक विवेक पांडे, भजन गायक बृजमोहन तिवारी, चित्रकार शिवबख्श प्रजापति, संस्कार भारती की रेणुका श्रीवास्तव, डॉ अनुपम पांडे, कवि अरुण द्विवेदी, पंकज श्रीवास्तव, न्यास के दानिश अहमद, अभिषेक सिंह, मोहित मिश्रा, कलाकारों में शिवानी निषाद, बरखा निषाद, मानसी निषाद, मुरली श्रीमाली, मोहित प्रजापति, करन गुप्ता, विक्रम, सूर्यकुमार, राजेश कुमार आदि इस कार्य में सहयोग कर रहे हैं।
84 कोस के 151 स्थानों पर होगा जप-अनुष्ठान
रामजन्मभूमि पर रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन पर सांसद लल्लू सिंह की अगुवाई में श्रीअयोध्या न्यास बड़े आयोजन की तैयारी में है। न्यास रामनगरी की 84 कोस की परिधि में पड़ने वाली ऋषि-मुनियों की तपस्थलियों पर दो दिनों तक भव्य आयोजन करेगा। कुल 151 स्थलों को चिह्नित किया गया है, जहां श्रीरामचरित मानस, श्री दुर्गा सप्तशती व श्रीविष्णु सहस्रनाम का पाठ होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या पहुंचने के साथ ही इन 151 स्थलों पर वैदिक मंत्रोच्चार गूंजने लगेंगे। यह तीर्थ क्षेत्र अयोध्या सहित चार जिलों में फैला हुआ है। इन ऋषि, मुनियों की तपस्थलियों व अवतार स्थलों का स्कंद पुराण, वाल्मीकि रामायण, हरिवंश पुराण, रुद्रयामल जैसे ग्रंथों में वर्णन भी है।
इन स्थलों में ऋषि ऋंगी आश्रम, नंदीग्राम भरतकुंड, आस्तीक ऋषि आश्रम आस्तीकन, जन्मेजय कुंड सिड़सिड़, च्यवन ऋषि आश्रम राजापुरवा, रमणक ऋषि पंडितपुर, गौतम ऋषि रुदौली, मां कामाख्या भवानी मंदिर सुनबा, गोंडा जिले के वाराह (सूकर क्षेत्र), संत तुलसीदास की जन्मस्थली राजापुर, ऋषि यमदग्नि जमथा, ऋषि अष्टावक्र, रामघाट, ऋषि पाराशर परास गांव आदि पर अनुष्ठानों का आयोजन चार अगस्त को प्रारंभ होगा। पांच अगस्त को सुबह जप और पाठ के बाद साधक, श्रद्धालु हवन में आहुतियां डालेंगे। समापन पर सवा लाख श्रद्धालुओं में पैकेट प्रसाद का वितरण किया जाएगा।