Ayodhya Ram Mandir : घर बैठे राम भक्त देख सकेंगे भूमि पूजन कार्यक्रम, दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण
Ayodhya Ram Mandir पांच अगस्त को श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर के भूमि पूजन के यादगार हर पल को देश-दुनिया के हर कोने में बसे राम भक्त देख सकेंगे।
अयोध्या, जेएनएन। पांच अगस्त को श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर के भूमि पूजन के यादगार हर पल को देश-दुनिया के हर कोने में बसे राम भक्त देख सकेंगे। श्रीराम जन्मभूमि परिसर में होने वाले पूरे कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दूरदर्शन पर किया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को अयोध्या आ रहे हैं। पीएम मोदी श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य का शुभारंभ करेंगे। पूरे कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दूरदर्शन पर किया जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि सभी लोग टेलीविजन पर घर बैठे श्रीराम मंदिर भूमि पूजन का कार्यक्रम देख सकेंगे। चंपत राय के अनुसार भूमिपूजन का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण होगा। दूरदर्शन के अलावा अन्य चैनल भी भूमिपूजन के लाइव प्रसारण की तैयारी में हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोरोना महामारी के फैलते खतरे को देखते हुए उन्हें अयोध्या आने का विचार त्याग देना चाहिए। सभी लोग अपने घर में ही रहकर उत्सव मनाएं।
भूमिपूजन के समय जो जहां है, वहीं आराध्य का पूजन करे : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय के अनुसार भूमि पूजन के दिन भारत के बाहर अन्य देशों में निवास करने वाले सभी राम भक्त और देश के संत-महात्मा अपने मठ मंदिर में तथा अन्य सभी श्रद्धालु अपने घर पर परिवार के साथ या अपने निकट के मंदिर में पूर्वाह्न 11:30 से मध्याह्न 12:30 बजे तक भजन-पूजन करें। यदि संभव हो, तो किसी बड़े सभागार में टेलीविजन पर भूमिपूजन का लाइव प्रसारण देखने-दिखाने की व्यवस्था करें।
स्वतंत्र भारत में सर्वाधिक महत्व का अवसर : 18 जुलाई को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक के बाद जहां राम मंदिर के लिए भूमिपूजन की तारीख घोषित होने के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन की प्रतीक्षा शुरू हुई, वहीं ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने आठ दिन बाद घोषित किया कि पांच अगस्त को भूमिपूजन के लिए प्रधानमंत्री आ रहे हैं। राय ने इसी के साथ ही कहा कि नरेंद्र भाई मोदी जिस दिन अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन कर रहे होंगे, वह स्वतंत्र भारत में सर्वाधिक महत्व का अवसर होगा और इसकी खुशी विश्वव्यापी होगी।