कोयला साइडिग से बढ़ी दुश्वारी
पास ही सथित अयोध्या एकेडमी के प्रबंधन से जुड़े प्रदीप त्रिपाठी कहते हैं साइडिग जब हटेगी तब देखा जाएगा। फिलहाल नौनिहालों को इससे मुक्ति चाहिए। वे इस समस्या की ओर जिम्मेदारों का ध्यान आकृष्ट करा चुके हैं पर परिणाम शून्य रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार फौरी तौर पर अधिकाधिक जल छिड़काव से प्रदूषणजनित समस्या पर कुछ हद तक काबू पाया जा सकता है पर जिम्मेदार जल छिड़काव की भी जहमत नहीं उठाना चाहते।
अयोध्या : अयोध्या रेलवे स्टेशन के करीब स्थित कोयला साइडिग से उठता गर्दो-गुबार दुश्वारी बढ़ाने वाला है। इस समस्या से न केवल आस-पास की आबादी पीड़ित है, बल्कि कई स्कूल भी साइडिग से उठने वाले गर्दो-गुबार की चपेट में हैं। यह सही है कि रेलवे स्टेशन के कायाकल्प के बीच कोयला साइडिग कुछ ही दिनों की मेहमान है पर हाल के कुछ दिनों में जिस गति से यहां कोयला और क्लिकर की अनलोडिग हुई, उससे उपजा प्रदूषण चिताजनक स्तर तक बढ़ा है।
पास स्थित अयोध्या एकेडमी के प्रबंधन से जुड़े प्रदीप त्रिपाठी कहते हैं, साइडिग जब हटेगी, तब देखा जाएगा। फिलहाल, नौनिहालों को इससे मुक्ति चाहिए। वे इस समस्या की ओर जिम्मेदारों का ध्यान आकृष्ट करा चुके हैं पर परिणाम शून्य रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार फौरी तौर पर अधिकाधिक जल छिड़काव से प्रदूषणजनित समस्या पर कुछ हद तक काबू पाया जा सकता है पर जिम्मेदार जल छिड़काव की जहमत नहीं उठाना चाहते।