Ayodhya News: संविदा की नौकरी में भी मार्कशीट का फर्जीवाड़ा, सासंद की शिकायत पर सच आया सामने
माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव के पत्र के बाद जिला पंचायत राज अधिकारी शीतला प्रसाद सिंह ने नियुक्ति पत्र जारी करने के बाद रोक लगा दी। उन्होंने कहा कि मार्कशीट की समकक्षता बोर्ड से प्रमाणित न होने के बाद रोक लगाई है।
अयोध्या, जागरण संवाददाता। संविदा की नौकरी में भी मार्कशीट का फर्जीवाड़ा, यह फर्जीवाड़ा पंचायती राज विभाग में ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायक बनने की मेरिट में टाप पर आने के लिए किया गया। जिस बोर्ड आफ हायर सेकंडरी एजूकेशन, दिल्ली की हाईस्कूल की मार्कशीट को आवेदन में लगाया गया, पंचायती राज विभाग ने माध्यमिक शिक्षा परिषद, उप्र प्रयागराज से जब सत्यापन कराया तो समकक्षता सूची में उस बोर्ड का नाम ही नहीं मिला।
माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव के पत्र के बाद जिला पंचायत राज अधिकारी शीतला प्रसाद सिंह ने नियुक्ति पत्र जारी करने के बाद रोक लगा दी। उन्होंने कहा कि मार्कशीट की समकक्षता बोर्ड से प्रमाणित न होने के बाद रोक लगाई है। अगर सांसद लल्लू सिंह इसकी शिकायत जिलाधिकारी से न करते तो शायद फर्जीवाड़े का यह मामला विभागीय पत्रावलियों में छानबीन के नाम पर कुछ दिन में बंद हो जाता।
आवेदकों ने हाईकोर्ट में दी है चुनौती
सांसद की शिकायत के बाद बोर्ड आफ हायर सेकेंडरी एजूकेशन, दिल्ली की समकक्षता का सत्यापन माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज से कराना पड़ा। मवई एवं रुदौली ब्लाक के जिन आवेदकों ने आवेदन पत्र में इसे लगाया है, रोक लगने के बाद उन्होंने जिला स्तरीय कमेटी के निर्णय को हाईकोर्ट में चुनौती दी है।
प्रकरण अदालत में विचाराधीन होने से अंतिम निर्णय के इंतजार की जानकारी जिला पंचायतराज अधिकारी देते हैं। वहीं रुदौली ब्लाक की ग्राम पंचायत रौजागांव के आवेदक राम मनोरथ ने पंचायत सहायक पद के लिए चयन होने के बाद नियुक्ति पत्र जारी होने का दावा किया है। आरोप लगाया कि दबाव में उन सबके साथ ऐसा किया गया। कहा कि दिल्ली बोर्ड से हाईस्कूल एवं इंटर ढेमवा-रौनाही के पास स्थित स्कूल से किया है।
पंचायती राज विभाग के अनुसार, रुदौली ब्लाक के रौजागांव व अख्तियारपुर एवं मवई ब्लाक की ग्राम पंचायत जैसुखपुर, बसौढ़ी, अशरफनगर एवं सिपहिया कोटवा में जिनके चयन पर रोक है, उन सबने यदुवंशी सेन सेकेंडरी स्कूल, पंपिंग स्टेशन रौनाही, फैजाबाद (अब अयोध्या) से जारी दिल्ली बोर्ड की हाईस्कूल की मार्कशीट लगाई है, उसकी समकक्षता प्रमाणित नहीं हुई।