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Ayodhya News: अयोध्या में पहली बार राम की पैड़ी के बुर्जों पर भी जगमगाएंगे दीप, सजने लगा रामलला का दरबार

दीपोत्सव के लिए एक लाख दस हजार दीपों की पहली खेप यहां पहुंच गई है। निर्धारित फर्म ने इनकी आपूर्ति की है। एक दीप 40 मिलीलीटर क्षमता का है। इन्हें राम की पैड़ी के स्टोर रूम में संरक्षित किया गया है।

By Praveen TiwariEdited By: Published: Sun, 02 Oct 2022 11:34 PM (IST)Updated: Mon, 03 Oct 2022 06:53 AM (IST)
Ayodhya News: अयोध्या में पहली बार राम की पैड़ी के बुर्जों पर भी जगमगाएंगे दीप, सजने लगा रामलला का दरबार
दीपोत्सव की देखते हुए रामजन्मभूमि परिसर को सजाने का कार्य प्रारंभ हो गया है।

अयोध्या [प्रवीण तिवारी]। अवध विश्वविद्यालय की अगुवाई में चल रही दीपोत्सव की तैयारी अब तेजी से आगे बढ़ने लगी है। आयोजन 23 अक्टूबर को है, पर इसके लिए दीपों की आपूर्ति प्रारंभ हो गई है। एक लाख दस हजार दीपों की पहली खेप यहां पहुंच गई है। निर्धारित फर्म ने इनकी आपूर्ति की है। एक दीप 40 मिलीलीटर क्षमता का है। इन्हें राम की पैड़ी के स्टोर रूम में संरक्षित किया गया है। 

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नोडल अधिकारी प्रो.अजय प्रताप सिंह ने बताया कि समय से एक सप्ताह पूर्व दीपोत्सव से संबंधित समस्त सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाएगी। इसके अतिरिक्त पहली बार राम की पैड़ी के घाटों के अलावा इसके बुर्जों पर भी दीप जलाए जाएंगे। 

एक लाख से अधिक दीप बिछाने की योजना

पैड़ी के बुर्जों पर एक लाख से अधिक दीप बिछाने की योजना है। एक बुर्ज पर सात-सात हजार दीप बिछाए जाएंगे। पैड़ी के अतिरिक्त चौधरी चरण सिंह घाट पर भी दीप जलाये जाएंगे। गत वर्ष नौ लाख से अधिक दीप जला कर वर्ल्ड रिकार्ड बनाया गया था। इस बार 14 लाख 50 हजार जलते दीपों का रिकार्ड बनाने की तैयारी है। इसके लिए घाटों पर कुल 16 लाख दीप जलाएंगे।

दीपोत्सव के लिए सजने लगा रामलला का दरबार 

अयोध्या, जागरण संवाददाता। दीपोत्सव की देखते हुए रामजन्मभूमि परिसर को सजाने का कार्य प्रारंभ हो गया है। इसकी शुरुआत श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने भगवान गणेश के के रेखाचित्र में रंग भर कर की। उन्होंने कूची से पेंटिंग की। 

परिसर को भव्य व दिव्य रूप से सजाया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी अवध विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी आशीष कुमार मिश्र को सौंपी गई। गत वर्षों में भी यह जिम्मेदारी आशीष निभाते आये हैं। 

बिहार और राजस्थान की पेंटिंग

आशीष ने बताया कि गर्भगृह में भारतीय लोक कला, अवधी लोककला, बिहार की मधुबनी, राजस्थान की लघुचित्र कला शैली की पेंटिंग होगी। बताया कि डा. राधिका देवी, डा. हेमलता शुक्ला के नेतृत्व में यह कार्य होगा, जिसमें माही, प्रिया, चंदन, मानसी, माही मौर्या, प्रिया गुप्ता, अक्षिता सिंह सहयोगी होंगी।


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