बड़े विवाद से मुक्ति के जश्न में डूबी रामनगरी
सबसे बड़े विवाद से मुक्ति के जश्न में रामनगरी मंगलवार को भी डूबी रही। कहीं सछ्वाव की बंसी बजी तो कहीं
अयोध्या : सबसे बड़े विवाद से मुक्ति के जश्न में रामनगरी मंगलवार को डूबी रही। कहीं सद्भाव की बंसी बजी तो कहीं उम्मीदों के दीप रोशन हुए। गुप्तारघाट स्थित अनादि पंचमुखी महादेव मंदिर पर युवा शास्त्रज्ञ आचार्य मिथिलेशनंदिनी शरण के संयोजन में फैसले के स्वागत में भोज आयोजित किया गया। भोज में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इससे पूर्व आचार्य मिथिलेश ने सांसद लल्लू सिंह को उत्तरीय एवं पुष्पहार प्रदान कर अभिनंदन किया। उन्होंने कहा, न केवल फैसला बल्कि उसके बाद का शांति-सौहार्द भी अभूतपूर्व है।
इस दिशा में सफलतापूर्वक यत्न के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित लल्लू सिंह जैसे सांसद की संवेदना-समझ सराहनीय है। सांसद ने उनका आशीर्वाद लेने के साथ राष्ट्र निर्माण और जनाकांक्षाओं पर खरा उतरने की कामना की। इस मौके पर रामलला के मंदिर को लेकर विमर्श भी छिड़ा। चिकित्साधिकारी डॉ. अजय कुमार गुप्त, उनकी पत्नी डॉ. बहार गुप्ता, मनूचा पीजी कॉलेज में रीडर डॉ. सुधा राय, साकेत महाविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. परेश पांडेय, अधिवक्ता पवन तिवारी, भाजपा नेता जटाशंकर सिंह, शिक्षक नेता दुर्गा तिवारी आफत आदि एकस्वर से रामलला के लिए दुनिया के भव्यतम मंदिर की आकांक्षा का इजहार करते हैं।
युवा भाजपा नेता आकाशमणि त्रिपाठी सौहार्द को अपना धर्म मान बैठे हैं। मंगलवार को उन्होंने बैंककर्मी विनय तिवारी, अभिषेक गुप्त, विष्णु कौशल, कमलकांत आदि के साथ स्वर्गद्वार मुहल्ला स्थित सैयद इब्राहिम शाह की मजार पर चादर चढ़ाई और अमन की कामना की। उन्होंने कहा, भाईचारा इस देश के डीएनए में है। महान सूफी संत इब्राहिम शाह की यह मजार सौहार्द की परिचायक मानी जाती है। वरिष्ठ भाजपा नेता दिनेश जायसवाल, अधिवक्ता राजीव शुक्ल, ओम मोटवानी, पार्षद अनुभव जायसवाल आदि ने कोटिया मुहल्ला स्थित मो. इकबाल अंसारी के घर जाकर उनका अभिनंदन किया। इस प्रतिनिधि मंडल ने इकबाल को राष्ट्रीयता का रोल मॉडल बताया। कहा, जिस तटस्थता और ²ढ़ता से उन्होंने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया, वह अत्यंत प्रशंसनीय है। रामजन्मभूमि परिसर से ही लगे रंगमहल में यह जश्न दीपोत्सव के रूप में मना। रंगमहल के महंत रामशरणदास ने कहा, फैसला अभूतपूर्व है और अब रामलला का अभूतपूर्व मंदिर भी बनेगा। राममंदिर की मुक्ति एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सफलता के लिए निरंतर गहन-गंभीर अनुष्ठान करने वाले पं. कल्किराम ने मंगलवार को महानुष्ठान का नया चरण शुरू किया। फैसला आने के बाद अनुष्ठान के प्रति उनका विश्वास और ²ढ़ हो उठा है।
उन्होंने हवनकुंड में उन मुस्लिमों के लिए भी आहुति डाली, जिन्होंने पूरी जिम्मेदारी और संवेदना के साथ सुप्रीम फैसला स्वीकार किया है। कल्किराम के अनुसार आने वाले दिन भव्यता की ओर बढ़ा देश का सफर निर्बाध जारी रहे, इसके लिए हर एक श्रद्धालु को अपने-अपने ढंग से ऊपर वाले की इबादत करनी होगी। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि देश सर्वोपरि है और इसी में सबका भला है।