Ayodhya Case Verdict : पाबंदियों का कसा शिकंजा, अधिगृहीत परिसर की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद
Ayodhya अधिगृहीत परिसर को अपने में समाहित करने वाला रामकोट मुहल्ला पूरी तरह से नजरबंद है। स्थानीय लोग पहचान पत्र दिखाने के बाद घर पहुंच पा रहे हैं।
अयोध्या, जेएनएन। रामनगरी में पाबंदियों का शिकंजा कसता जा रहा है। फोर्स बढ़ने लगी है। पंचकोसी परिक्रमा निपटने के साथ ही अधिगृहीत परिसर की ओर जाने वाली सभी गलियों को बैरियर लगाकर बंद कर दिया गया है। अधिगृहीत परिसर को अपने में समाहित करने वाला रामकोट मुहल्ला पूरी तरह से नजरबंद है। स्थानीय लोग पहचान पत्र दिखाने के बाद घर पहुंच पा रहे हैं।
पहले से ही कड़ी निगरानी में रहने वाले रामकोट की ओर खुलने वाली 57 गलियों पर इस प्रकार बल्ली लगा कर रोका गया है कि कोई व्यक्ति झुक कर भी न गुजर सके। बैरियर के दूसरी ओर सशस्त्र पुलिस कर्मी व पैरामिलिट्री फोर्स पहरेदारी में लगी हैं। रामकोट के रहने वाले रामगोपाल वर्मा कहते हैं कि सुबह सोकर उठे तो नजारा बदला था। रोक टोक पहले से ही थी, लेकिन गलियां बंद होने से आवागमन में परेशानी बढ़ गई है।
अशर्फी भवन चौराहे पर लगे बैरियर के पास मिले कुश्ती संघ के जिलाध्यक्ष घनश्याम पहलवान कहते हैं कि सुबह कटरा स्कूल का रास्ता बंद था। मौके पर पहुंचे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के सामने इस समस्या को उठाने के बाद रास्ता खोला गया। पाबंदियां बहुत बढ़ गई हैं। पांजीटोला में सालिकराम का परिवार बैरियर की जद में है। पांजीटोला ही नहीं अशर्फी भवन, वशिष्ठ कुंड, राजघाट, मतगजेंद्र, कटरा पुलिस चौकी, दुराहीकुंआ आदि इलाकों से रामकोट की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद हैं। हनुमानगढ़ी व श्रृंगारहाट की ओर रास्ता खोला गया है, जहां से रामलला व प्रमुख मंदिरों में दर्शन के लिए श्रद्धालु जा रहे हैं।
अयोध्या के एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि बैरियर भीड़ नियंत्रण के लिए लगाए गए हैं। श्रृंगारहाट व हनुमानगढ़ी सहित कुछ और रास्ते भी खुलवाए जा रहे हैं। रामकोटवासी बेफिक्र रहें। उनकी सहूलियत व सुविधा का ध्यान रखा जाएगा। जो जरूरतमंद होंगे उन्हें पास भी जारी किया जाएगा। कोई असुविधा नहीं होने दी जाएगी।