युवा इंजीनियर्स ने एप बना समस्याओं के निस्तारण का दिया फार्मूला
अयोध्या अवध विश्वविद्यालय के इंजीनियरिग संस्थान में आयोजित हैकथान 2020 का आयोजन शुरू हुआ। शनिवार को प्रतिभागियों ने विभिन्न मुद्दों पर एप बनाकर समस्याओं के निस्तारण का मंत्र दिया। कुल पांच टीमों के मध्य एप बनाने की प्रतियोगिता हुई। प्रथम टीम ने नारी सुरक्षा पर मोबाइल एप बनाया। किसी महिला पर आपातकालीन परिस्थिति से निपटने के लिए एक बटन दबाते ही 100 मीटर के दायरे में उपस्थित एंड्राइड मोबाइल यूजर को टेक्स्ट संदेश मिल जाएगा।
अयोध्या : अवध विश्वविद्यालय के इंजीनियरिग संस्थान में आयोजित हैकथान 2020 का आयोजन शुरू हुआ। शनिवार को प्रतिभागियों ने विभिन्न मुद्दों पर एप बनाकर समस्याओं के निस्तारण का मंत्र दिया। कुल पांच टीमों के मध्य एप बनाने की प्रतियोगिता हुई।
प्रथम टीम ने नारी सुरक्षा पर मोबाइल एप बनाया। किसी महिला पर आपातकालीन परिस्थिति से निपटने के लिए एक बटन दबाते ही 100 मीटर के दायरे में उपस्थित एंड्राइड मोबाइल यूजर को टेक्स्ट संदेश मिल जाएगा। यह संदेश महिला को मदद की आवश्यकता बयां करेगा। संबंधित व्यक्ति को गूगल मैप से लोकेशन पता चल जाएगी। दूसरी टीम ने ट्रैप क्रिमिनल मोबाइल एप की मदद से अपराधी की लोकेशन से पता लगाया जा सकेगा। इसमें कुछ हार्डवेयर प्रयुक्त हुए हैं। तीसरी टीम ने क्रिमिनल रिकॉर्ड मैनेजमेंट वेब पेज बनाया। इसमे प्रत्येक अपराधी का डाटा ऑनलाइन चेक किया जा सकेगा।
चतुर्थ टीम ने एंड्राएड एप के उपकरण से बालिका सुरक्षा पर आवाज रिकॉर्ड के उपरांत स्पीच तकनीकी से अपराधी को पकड़ेगा। पांचवीं टीम आटोमैटिक एक्सीडेंट डिवाइस बनाया है, जिसमें एक्सीडेंट के उपरांत व्यक्ति का लोकेशन, पुलिस, डॉक्टर, एम्बुलेंस, एवं उसके संबंधियों को मिल जाए। छठी टीम ने स्मार्ट कम्युनिकेशन बिट्वीन पुलिस एंड सिटीजन पर आधारित वेब पोर्टल पर कार्य किया है। इसमें चैट बोर्ड की मदद से ओरिजनल कंप्लेन दर्ज हो। सातवीं टीम पब्लिक पुलिस कम्युनिकेशन मोबाइल एप बनाया। आठवीं टीम ने मॉर्डन पोलिसिग एप बनाया। कार्यक्रम के संयोजक इंजीनियर अमितेश पंडित ने बताया कि प्रतिभागियों ने उत्कृष्ट एप के जरिए दिशा देने की कोशिश की है। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो.रमापति मिश्र, डॉ. सुधीर श्रीवास्तव, डॉ. बृजेश भारद्वाज, पारितोष त्रिपाठी, विनीत सिंह, रमेश कुमार मिश्र मौजूद रहे।