अविवि में मार्कशीट का फर्जीवाड़ा की जांच तेज
फैजाबाद : प्रश्नपत्र लीक के बाद अवध विश्वविद्यालय की ब्लैंक मार्कशीट के दलालों तक पहुंचे का म
फैजाबाद : प्रश्नपत्र लीक के बाद अवध विश्वविद्यालय की ब्लैंक मार्कशीट के दलालों तक पहुंचे का मामला गर्म है। विवि की गोपनीय रिपोर्ट पर पुलिस छह दिनों से जांच में लगी है। जांच अंतिम चरण में है। तस्वीर काफी हद तक साफ हो चुकी है कि मार्कशीट की दलाली का खेल अवध विवि के भीतर से जुड़ा है। ब्लैंक मार्कशीट परिसर के बाहर दलालों के हाथ में पहुंच रही हैं। जरूरतमंद छात्र को अपना रोल नंबर बताना होता है, इसके बाद दलाल विवि में मौजूद अपने मददगारों से संपर्क कर ब्लैंक मार्कशीट पर अंक भरकर संबंधित छात्र को मुहैया करा देते हैं। इस मुद्दे पर अविवि प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्रवाई नहीं की है। जांच में सामने आए संदिग्ध चेहरों पर नजर रखी जा रही है।
गत वर्ष प्रश्नपत्र लीक मामले के तार भी अविवि में बैठे शिक्षा माफियाओं से जुड़े थे। ब्लैंक मार्कशीट प्रकरण बताता है कि दलालों का काकस खत्म नहीं हुआ है। विवि के सामने स्थित दुकानों पर बैठे दलाल जरूरतमंद छात्रों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें गलत ढंग से तैयार की गई मार्कशीट मुहैया करा रहे हैं। दलाल मार्कशीट पर अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर बनाने में माहिर होते हैं। अविवि कार्य परिषद सदस्य ओमप्रकाश ¨सह ने इस फर्जीवाड़े की ओर विवि के जिम्मेदारों का ध्यान आकृष्ट कराया था। शिकायत को गंभीरता लेते हुए विवि प्रशासन ने जांच कराने के लिए प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखा था। माना जा रहा है कि पुलिस दो-तीन दिनों में रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप देगी।
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प्रकरण की जांच गंभीरता से कराई जा रही है। उच्चाधिकारियों की निगरानी में इसकी जांच हो रही है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
अनिल कुमार ¨सह, एसपी सिटी