अवध विवि में तैयार हो रही चित्रकारों की पौध
डा.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में चित्रकारों की ऐसी पौध तैयार हो रही है जो अपनी कलाकृतियों से समय-समय पर चर्चा में रहती है। दीपोत्सव से लेकर अलग-अलग आयोजनों में इनकी कुशल चित्रकारी ध्यान खींचती है। यही के विद्यार्थियों ने पीएम नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ कई महान विभूतियों जैसे लता मंगेशकर व डा. राममनोहर लोहिया के छाया चित्र (पोट्रेट) निर्मित किए हैं।
अयोध्या: डा.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में चित्रकारों की ऐसी पौध तैयार हो रही है, जो अपनी कलाकृतियों से समय-समय पर चर्चा में रहती है। दीपोत्सव से लेकर अलग-अलग आयोजनों में इनकी कुशल चित्रकारी ध्यान खींचती है। यही के विद्यार्थियों ने पीएम नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ कई महान विभूतियों जैसे लता मंगेशकर व डा. राममनोहर लोहिया के छाया चित्र (पोट्रेट) निर्मित किए हैं। विवि के फाइन आर्ट्स विभाग में लगे कई ऐसे छाया चित्र यहां के मेधावियों की प्रतिभा खुद ब खुद बयां कर रहे हैं। छात्रों ने सीएम को उनका छाया चित्र बना कर भेंट भी किया है। मात्र एक घंटे में छात्र किसी भी व्यक्ति का स्केच तैयार कर देते हैं। एक से दो दिन के अंदर इसे अंतिम रूप दिया जाता है। इस तरह का कार्य करने वाले यहां एक, दो नहीं बल्कि 15 से 20 विद्यार्थी हैं। फाइन आर्ट्स विभाग के समन्वयक प्रो. विनोद कुमार श्रीवास्तव के निर्देशन में इन्हें तराशा जा रहा है।
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सुमित ने बनाए खास चित्र
अयोध्या: विभाग के छात्र सुमित कुमार ने पीएम, कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल, सीएम के छाया चित्र तैयार किए। सुमित कुमार बताते हैं इसमें एक से दो दिन का समय लगता है। एक घंटे में स्केचिग होती है। शिक्षक डा. सरिता द्विवेदी ने बताया कि छाया चित्र कई छात्र बहुत अच्छे तरीके से तैयार करते हैं। इसके अलावा निशांत श्रीवास्तव, रोहन यादव, मानवी रंजन व मंजरी भी इसी विधा में माहिर हैं। प्राकृतिक चित्रण में वीरेंद्र कुमार, अमित सिंह व अंजली तथा व्यवसायिक कला में मानसी, आनंद वर्मा, कीर्ति मिश्रा व दिव्या प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि यहां मूर्ति कला पर भी अच्छा कार्य हो रहा है। छात्र एक से बढ़ कर एक मूर्तियां तैयार कर चुके हैं।
अविवि: शोध के लिए 22 अप्रैल तक किया जा सकेगा आवेदन
अयोध्या: डा. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह के निर्देश पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया के अंतर्गत आनलाइन आवेदन तिथि विस्तारित कर दी है। अब 22 अप्रैल तक आनलाइन आवेदन व शुल्क जमा किया जा सकेगा। प्रवेश परीक्षा 22 मई को होगी। कुल 42 विषयों में शोध के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इसमें विवि के 22 एवं संबद्ध महाविद्यालयों के 20 विषय शामिल है।
मीडिया प्रभारी डा. विजयेंदु चतुर्वेदी ने बताया कि छात्रहित को देखते हुए कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह ने आवेदन की तिथि बढ़ा दी है। पीएचडी अध्यादेश-2021 के नियमों के तहत विवि परिसर के बायोकमेस्ट्री, माइक्रोबायोलाजी, भौतिकी एवं इलेक्ट्रनिक्स, गणित एवं सांख्यिकी, पर्यावरण विज्ञान, व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता, अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास, इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व, प्रौढ़ एवं सतत शिक्षा, इलेक्ट्रनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिग, सूचना तकनीकी, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिग विषय शामिल हैं। इसके अतिरिक्त साइंस में गणित, भौतिकी, प्रबंधन, पर्यावरण विज्ञान एवं कंप्यूटर एप्लीकेशन, शारीरिक शिक्षा, शिक्षा, समाजकार्य, जनसंचार एवं पत्रकारिता विषय में पीएचडी के लिए आवेदन मांगा गया है। संबद्ध महाविद्यालयों में वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, गणित, भौतिकी, वाणिज्य, प्राचीन इतिहास, अर्थशास्त्र, शिक्षा, अंग्रेजी, भूगोल, हिदी, मध्यकालीन इतिहास, सैन्य विज्ञान, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, संस्कृत, समाजशास्त्र, उर्दू एवं विधि विषयों में आवेदन लिया जा रहा है। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर पीएचडी प्रवेश संबंधित जानकारी अपलोड है।