कविताओं से अटल को किया याद
फैजाबाद : पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की प्रथम मासिक पुण्यतिथि पर काव्यांजलि से उन्हें य
फैजाबाद : पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की प्रथम मासिक पुण्यतिथि पर काव्यांजलि से उन्हें याद किया गया। मुख्य अतिथि मणिरामदासजी की छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास ने कहाकि अटलजी के व्यक्तित्व व कृतित्व से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। रामवल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमार दास ने कहाकि अटलजी का जीवन अनुकरणीय रहा है। सम्मेलन में नगर विधायक वेदप्रकाश गुप्त ने कहाकि अटलजी ऐसी शख्सियत थे, जिनका मुरीद पक्ष के साथ ही विपक्ष भी रहा। मजबूत इरादों के साथ उन्होंने देश का नेतृत्व किया और विकास की कई योजनाओं को शुरू किया।
इससे पहले मारवाड़ी धर्मशाला में हुए कवि सम्मेलन की शुरुआत महापौर ऋषिकेश उपाध्याय व नगर विधायक वेदप्रकाश गुप्ता ने अतिथियों को अंगवस्त्र भेंट कर किया। काव्यांजलि का संचालन किसान मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव ने किया। कवि शिवकुमार व्यास, डॉ. कमलेश द्विवेदी, सृजन शौर्य, वाहिदअली वाहिद, ताराचंद तन्हा आदि ने अपनी रचनाओं से अटलजी को याद किया। महापौर ने अतिथियों के प्रति आभार जताया। इस अवसर पर सांसद लल्लू ¨सह, डीएम डॉ. अनिल पाठक, सहकारिता बैंक के सभापति सभापति धर्मेंद्र प्रताप ¨सह टिल्लू, जिलाध्यक्ष अवधेश पांडेय बादल, जिला प्रभारी शेषनारायण मिश्रा, पूर्व जिलाध्यक्ष महंत मनमोहन दास, डॉ. बांकेबिहारी मणि, कमलाशंकर पांडेय, रामकृष्ण तिवारी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आदित्य नारायण मिश्रा, अभिषेक मिश्रा, अमल गुप्त, अवध क्षेत्र के सदस्यता प्रमुख कृष्णकुमार पांडेय खुन्नू, हरिभजन गोंड, मुन्ना ¨सह, दिनेश जायसवाल, राजीव शुक्ल, रमेश ¨सह, गिरीश पांडेय डिप्पुल, श्रीनिवास अग्रवाल, देवेंद्र मिश्र दीपू के अलावा महंत गिरीशदास मौजूद थे।
कुमारगंज संवादसूत्र के मुताबिक मिल्कीपुर विस क्षेत्र स्थित चंद्रभान गुप्त इंटर कॉलेज में विधायक बाबा गोरखनाथ के संयोजन में एक शाम अटलजी के नाम कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। सम्मेलन में विधायक बाबा गोरखनाथ ने अटलजी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। कवि डॉ. मानसी द्विवेदी, अंकित शुक्ल, क्षमा ¨सह, राजितराम राही, श्रीकृष्ण द्विवेदी अज्ञान, अरुण दुबे, अर¨वद पांडेय, अर¨वद, गुरुप्रसाद तिवारी, घनश्याम, सदानंद तिवारी, खुशीराम द्विवेदी, भीम ¨सह अकेला, अल्हड़ गोंडवी आदि ने कविता पाठ किया। सम्मेलन में जनार्दन मौर्या, महेश ओझा, शीतला वाजपेई, देवेंद्र त्रिपाठी, पवन पांडेय, बबलू पासी, शंभू ¨सह, कुंवरबहादुर मिश्र आदि थे।