सावधानी से चलाएं वाहन, आ गया कोहरे का मौसम
फैजाबाद : कड़ाके की ठंड में अचानक कोहरे की घनी चादर को फाड़कर वाहन चलाना अपने आ
फैजाबाद : कड़ाके की ठंड में अचानक कोहरे की घनी चादर को फाड़कर वाहन चलाना अपने आप में बड़ी चुनौती है। सड़क हादसों की ²ष्टि से कोहरे का मौसम बेहद खतरनाक माना जाता है। वहीं सड़क पर काल बनकर दौड़ते मालवाहक वाहन फिटनेस के मामले में अक्सर फिसड्डी रहते हैं।
व्यावसायिक वाहनों में कोहरे का मौसम आने के बावजूद हेडलाइट, बैकलाइट, फॉगलाइट ढूंढे नहीं मिलती है। ऐसे में जरा सी सावधानी बरती जाए तो हादसे पर नियंत्रण हो सकता है। यातायात संचालन से जुड़े जिम्मेदार मानते हैं कि कोहरे में सड़क दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। दुर्घटनाओं के मूल में कोहरा और वाहन चलाने में लापरवाही मुख्य रूप से शामिल होती है। आवश्यक है कि कोहरे में सड़क पर निकले तो ट्रैफिक नियमों का पालन करें और गति सीमा का ध्यान रखें। ऐसा करेंगे तो दूसरों के साथ खुद के भी जीवन की रक्षा कर सकते हैं।
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वाहनों में कर लें ये इंतजाम
-सबसे आवश्यक है कि वाहन की फिटनेस दुरुस्त करा लें। वाहनों में फॉग लाइट, हार्न, रेडियम स्टीकर, रिफ्लेक्टर आदि की व्यवस्था अवश्य करें। ये बाजार में उचित दाम पर उपलब्ध हैं। वाहनों में लगने वाली ऐसेसीरीज बिक्री करने वाले रोहित कुमार कहते हैं फॉगलैंप छह सौ रुपया, हेडलाइट 800 रुपया, रेडियम स्टीकर्स 200 रुपया, इंडीकेटर प्रतिजोड़ा 200 रुपया, डे टाइम र¨नग लाइट 500 रुपया प्रति जोड़ा व हार्न 500 रुपया से उपलब्ध है।
................... कोहरे में रखें ध्यान
-सड़कों पर दिशासूचक लगे
-वाहनों में फॉग लाइट लगाएं
-गाड़ी सड़क के मध्य खड़ी न करें
-वाहन की रफ्तार हमेशा सामान्य रखें
-कोहरे में वाहनों की हेड लाइट हमेशा लो बीम में रखें
-घने कोहरे की स्थिति में सड़क पर दायीं तरफ पेंटेड रोड मार्क व डिवाइडर के आधार पर आगे बढ़ें
-वाहन चलाते समय बातचीत न करें और संगीत न सुने
-वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करें-वाहन चालक सीट बेल्ट का प्रयोग करें
-वाहन चलाते समय धूम्रपान न करें
-कोहरे में ओवरटेक से बचे
-नशे में वाहन न चलाएं
-ओवरलो¨डग न करें
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वाहन चलाते हुए सावधानी बरतें। कोहरे में सड़क पर सावधानीपूर्वक चलें। वाहन चलाते समय खाना, पीना या तेज आवाज में संगीत न सुनें। यदि कोहरा ज्यादा घना हो तो सुरक्षित स्थान पर गाड़ी रोककर उसे छंटने दें और उसके बाद ही आगे बढ़ें।
-इंद्रजीत ¨सह यादव, यातायात उपनिरीक्षक