मोटी कमाई के लिए चढ़ाई मीठे जहर की कढ़ाई
बीकापुर (फैजाबाद) : दीपावली पर मोटी कमाई के लिए मुनाफाखोरों ने'मीठे जहर'की कड़ाही
बीकापुर (फैजाबाद) : दीपावली पर मोटी कमाई के लिए मुनाफाखोरों ने'मीठे जहर'की कड़ाही चढ़ा रखी है। हर बड़े त्योहार में मिलावट के मामले आने के बावजूद संबंधित विभाग के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। दीपावली आने से एक सप्ताह पहले मिठाई में मिलावट का कारोबार शुरू हो चुका है।
क्षेत्र के बीकापुर, खजुरहट, चौरेबाजार, मोतीगंज, कोंछा, जलालपुर, रामपुरभगन, तारुन, हैदरगंज, बेरुगंज व उमरपुर में जहरीली मिठाई का कारोबार शुरू हो चुका है। दुकानदार मिठाई की बिक्री की शुरुआत कई दिन पहले बनी मिठाई से करते हैं। त्योहार के सीजन में बनने वाली मिठाइयों में घटिया किस्म के खोये की मात्रा अधिक होती है। खोया में उबला आलू व मैदा की मिलावट आम बात है। कुछ मिल्क पाउडर, वनस्पति घी, आलू व आरारोट मिलाकर खोया बनाते हैं और मिठाइयों में हानिकारक रंगों की मिलावट कर रंग-बिरंगी मिठाइयां तैयार कर दुकानों पर सजा देते हैं। मिलावटी मिठाई खाने से लीवर, किडनी पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा शरीर में एलर्जी, चकत्ते आदि हो जाते हैं। छोटे बच्चों के लिए यह सबसे अधिक घातक होती है। यही नहीं उन्हें अन्य कई बीमारियों से जूझना पड़ सकता है। फूड प्वाइज¨नग का खतरा बना रहता है।
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गोंडा और कानपुर से बस द्वारा आता है नकली खोया
-बीकापुर क्षेत्र के कई स्थानों पर उतरने वाला नकली खोया गोंडा और कानपुर शहर से बस व अन्य वाहन से प्रतिदिन आता है। नकली खोया प्रात: चार से पांच बजे के बीच आठ-दस बोरियों में आता है, जो तहसील क्षेत्र के जलालपुर, बीकापुर, खजुरहट व चौरेबाजार में चिह्नित दुकानों को गिराया जाता है। जिसमें अधिक मात्रा में यह खोया बीकापुर की बड़ी दुकानों पर इस्तेमाल किया जाता है।