दवा व्यापारी से रुपये वसूलने में आरोपित आरक्षी निलंबित
दवा व्यापारी को झूठे मुकदमें में फंसाकर रुपये वसूलने में आरोपी आरक्षियों को निलंबित कर दिया गया है। सीओ सदर आरके चतुर्वेदी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पर एसएसपी शैलेश पांडेय ने कार्रवाई की है। निलंबित आरक्षियों में मनोज यादव और सौरभ सिंह शामिल हैं। दोनों रौनाही थाने में तैनात हैं। आरोपी आरक्षियों की इस हरकत के पीछे अन्य सहकर्मियों का भी संरक्षण होने की संभावना है।
सोहावल (अयोध्या): दवा व्यापारी को झूठे मुकदमें में फंसाकर रुपये वसूलने में आरोपी आरक्षियों को निलंबित कर दिया गया है। सीओ सदर आरके चतुर्वेदी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पर एसएसपी शैलेश पांडेय ने कार्रवाई की है। निलंबित आरक्षियों में मनोज यादव और सौरभ सिंह शामिल हैं। दोनों रौनाही थाने में तैनात हैं। आरोपी आरक्षियों की इस हरकत के पीछे अन्य सहकर्मियों का भी संरक्षण होने की संभावना है। इसलिए विभागीय जांच जारी है। आरोप है कि गत चार जुलाई को मेडिकल स्टोर संचालक विजय सिंह को हवालात में डाल फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी देकर उनसे एक लाख से अधिक रुपये वसूली की गई थी। उसका प्रतिष्ठान सोहावल चौराहा पर है। विजय भुलई का पुरवा गांव में अपने एक मित्र के यहां निमंत्रण में गया था। वहां मौजूद विजय के परिचित साबिर ने उससे कहाकि वह अपनी कार से उसे और एक महिला को सोहावल चौराहा छोड़ दे। विजय दोनों को कार से लेकर जा रहा था कि रास्ते में दोनों सिपाहियों ने कार को रोकर महिला के बारे में पूछताछ की। साबिर ने महिला से अपने संबंध होने से इंकार कर दिया। इसके बाद आरक्षियों ने विजय सिंह को थाने जाकर हवालात में बंद कर दिया। रात भर विजय को हवालात में रखा गया। छोड़ने के बदले चार लाख रुपये की मांग की गई। इतनी बड़ी रकम देने में व्यापारी ने असमर्थता जाहिर की। इसके बाद एक लाख 80 हजार रुपये पर बात तय हुई। रुपया मिलने के बाद विजय को छोड़ा गया। इसके बाद व्यापारी ने स्थानीय अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की, लेकिन शिकायत को अनसुना कर दिया गया। दैनिक जागरण में समाचार प्रकाशित होने के बाद एसएसपी ने सीओ सदर को जांच सौंपी। प्रथम ²ष्ट्या दोषी पाए जाने पर दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया। विजय कुमार सिंह ने बताया कि अभी रुपया वापस नहीं दिलाया गया है। एसपी ग्रामीण शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दोनों आरक्षियों को निलंबित कर दिया गया है।