वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने को प्रदेश में एक घंटे में रोपे गए 86 हजार 400 पौधे
लखनऊ में मौजूद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के कंसलटेंट को भेजी गई रिपोर्ट
अयोध्या: वन विभाग ने मंगलवार को प्रदेश के सात जिलों के आठ प्वाइंट पर एक घंटे में 240 प्रजातियों के 86 हजार 400 पौधे रोपित कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का दावा पेश किया है। लखनऊ में मौजूद गिनीज बुक के कंसलटेंट निशल बरोट के बताए मानकों को पूरा करते हुए रिपोर्ट सौंप दी गई है, जिसे प्रमाणित करने के लिए लंदन स्थित गिनीज बुक के ऑफिस भेजा जाएगा। सब कुछ ठीक रहा तो एक पखवारे के अंदर वन विभाग को वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रमाण पत्र सौंपा जाएगा, जो विभाग के लिए बड़ी उपलब्धि साबित होगी।
वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के क्रम में जिले में गुप्तारघाट स्थित चयनित स्थल पर मंगलवार को 30 प्रजातियों के 360 पौधेरोपित कर लिए गए। पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद डॉ. आरएमएल अवध विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञानी डॉ. जसवंत सिंह, डॉ. मनीष कुमार सिंह ने रोपण से पूर्व पौधों की प्रजातियों को सत्यापित किया। डॉ. पीके त्रिपाठी ने कोरोना काल में इस बात को सत्यापित किया कि शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। ठीक 10 बजे सीटी बजाकर और हरी झंडी दिखा कर पौधारोपण प्रारंभ हुआ और समापन सीटी बजाकर लाल झंडी दिखाकर किया गया। प्रभागीय वनाधिकारी मनोज कुमार खरे ने बताया कि 56 मिनट में ही हमने लक्ष्य को हासिल कर लिया। इस दौरान वन संरक्षक अशोक कुमार शुक्ल पूरी प्रक्रिया पर अपनी निगाह जमाए रखें। वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए अपनाई गई पूरी प्रक्रिया ड्रोन कैमरे के अलावा पांच अन्य वीडियो कैमरे में कैद हुई है। इसी तरह प्रदेश के बाराबंकी, लखनऊ, सीतापुर, चित्रकूट, बांदा और मेरठ में दो जगहों पर एक साथ एक समय पर पौधारोपण किया गया।
इन प्रजातियों के पौधों का किया गया रोपण-
वन विभाग ने हल्दू, काला सिरस, सुपारी पाम, लाल चंदन, पनियाला, करौंदा, नींबू, गुलेतूरा, कुश, चमरोढ, पीपल, चिलबिल, बकैन, जंगल जलेबी, मूंज, सागौन, बेंत, पेल्टोफार्म, महोगनी, अंबार, देशी अशोक, बड़हल, नीली गुलमोहर, अगस्त, जरूल, सेहुॅड, चमेली, सोहन चंपा, मुसांडा और झाऊ पौधों का रोपण किया।