78 फीसद विद्यार्थियों को नहीं मिली स्कूल जाने की अनुमति
विद्यालय प्रबंधन के सामने अभिभावकों का भरोसा जीतने की चुनौती सिर्फ 22 फीसद बचे करेंगे पढ़ाई.
अयोध्या : सरकार ने विद्यालयों को खोलने का फैसला कर तो लिया लेकिन इसको लेकर अभिभावकों में उत्साह नहीं है। अभी उनमें कोरोना का भव्य व्याप्त है। जिले में 78 फीसद विद्यार्थियों को विद्यालय जाने की अनुमति अभिभावकों ने ही नहीं दी। यह तस्वीर शिक्षा विभाग का आंकड़ा ही बयां कर रहा है। अभी महज 22 फीसद छात्र-छात्राएं ही स्कूल पहुंच सकेंगे। इन परिस्थितियों में स्कूल प्रबंधन के समक्ष छात्र-छात्राओं को विद्यालय तक लाना चुनौतीपूर्ण बन गया है। यूपी बोर्ड के संचालित 419 विद्यालयों में कक्षा नौ से कक्षा 12 तक में पंजीकृत एक लाख 27 हजार 889 विद्यार्थियों में से 32 हजार 950 छात्र-छात्राओं को स्कूल जाने की अनुमति मिल सकी है। 94 हजार 939 छात्र-छात्राएं अभी विद्यालय से दूर रहेंगे। इन सभी को अभिभावकों की सहमति का इंतजार है।
कक्षा नौ के पंजीकृत 24 हजार 802 विद्यार्थियों में से सिर्फ पांच हजार 351 के अभिभावकों ने उन्हें विद्यालय जाने की अनुमति दी है। कक्षा दस के पंजीकृत 42 हजार 816 में से नौ हजार 846 छात्र-छात्राएं ही विद्यालय जाएंगी, इन्हीं के माता पिता ने हामी भरी है। कक्षा 11 में पंजीकृत 24 हजार 596 विद्यार्थियों में से छह हजार 842 तथा कक्षा 12 में पंजीकृत 35 हजार 675 छात्र-छात्राओं में से मात्र दस हजार 911 के विद्यालय जाने पर अभिभावकों ने मुहर लगाई है।
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सीनियर बच्चों के अभिभावकों में कम है भय
अयोध्या: कक्षा नौ व दस की अपेक्षा कक्षा 11 व 12 के विद्यार्थियों के अभिभावकों में कोरोना का भय थोड़ा कम है। कक्षा 11 में 27 व कक्षा 12 में सर्वाधिक 38 फीसद विद्यार्थियों को क्लास करने की अनुमति उनके माता व पिता ने दी है। जबकि कक्षा नौ व दस में क्रमश: 21 व 22 फीसद छात्र-छात्राओं को विद्यालय जाने की अनुमति मिली है।
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दो शिफ्ट का समय हुआ निर्धारित
अयोध्या: जिला विद्यालय निरीक्षक आरबीएस चौहान ने विद्यालयों को दो पालियों में संचालित किए जाने का कार्यक्रम जारी कर दिया। पहली पाली सुबह आठ बजकर 50 मिनट से 11 बजकर 50 तक चलेगी, इसमें कक्षा नौ व दस के छात्र पढ़ाई करेंगे। दूसरी पाली कक्षा 11 व 12 के लिए निर्धारित की गई है, जो दोपहर 12 बजकर 20 मिनट से अपराह्न तीन बजकर 20 मिनट तक चलेगी। इसी समयावधि में कक्षाओं का संचालन होगा।