छह माह में होंगे 68 ओडीएफ गांव कुपोषण मुक्त
फैजाबाद : कुपोषण मुक्त गांव बनाने के लिए अभियान अब तक गति नहीं पकड़ पाया। छह माह का समय 6
फैजाबाद : कुपोषण मुक्त गांव बनाने के लिए अभियान अब तक गति नहीं पकड़ पाया। छह माह का समय 68 गांवों को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए शासन से निर्धारित है। पहले चरण में उन 68 गांवों को चयन किया गया है, जिसे पंचायतीराज विभाग ओडीएफ घोषित कर चुका है। सौ नंबर की मार्किंग कुपोषण मुक्त गांव के लिए शासन से निर्धारित है। सौ में से 75 नंबर मिलने पर चयनित संबंधित गांव को कुपोषण मुक्त माना जाएगा। ओडीएफ गांव के लिए 20 नंबर तय है। ऐसे में 20 नंबर का इंतजाम पहले से कर लिया गया है।
गोद लेने वाले अधिकारियों को कुपोषण मुक्त करने के लिए अब 55 नंबर की जरूरत है। अधिकारियों का मानना है कि नियत अवधि में इसे हासिल कर लिया जाएगा। कुपोषण मुक्त के लिए गोद लेने वालों में जिलाधिकारी डॉ. अनिलकुमार, मुख्य विकास अधिकारी रवीश गुप्ता समेत अन्य जिला स्तरीय अधिकारी शामिल हैं। ओडीएफ गांवों का भ्रमण करने के बाद गोद लेने वाले अधिकारियों ने अब तक भ्रमण आख्या बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग को नहीं दी है। ऐसे अधिकारियों को गुरुवार तक का आख्या प्रस्तुत करने का मौका दिया गया है। यह आख्या सात ¨बदुओं के निर्धारत प्रारूप पर अधिकारियों को देना है। इसी प्रारूप पर मानक पूरा करने वाले गांवों को नंबर मिलना है। छह जनवरी को जिलाधिकारी को फिर कुपोषण मुक्त गांव के लिए गोद लेने वाले अधिकारियों के संग बैठक करना है। जिलाधिकारी ने 27 व 30 दिसंबर को गोद लिए गांवों का भ्रमण करने का निर्देश अधिकारियों को दिया था।
पहले चरण में कुपोषण मुक्त गांव के लिए ग्राम्य विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, आइसीडीएस व पंचायतीराज विभाग के लिए नंबर दिया गया है। कुपोषण मुक्त गांव के लिए ब्लॉक स्तर पर एडीओ पंचायत को समन्वयक बनाया गया है। सह समन्वयक आइसीडीएस (बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार) के सुपरवाइजर बनाए गए हैं। गोद लिए गांवों के 11 मानकों के आंकड़े बेसलाइन तैयार कर संबंधित अधिकारियों को उपलब्ध कराना होगा। इसी के बाद संबंधित गांव की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। कुपोषण मुक्त गांव बनाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा, एएनएम, अध्यापक, ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम प्रधान का संयुक्त प्रशिक्षण ब्लॉक स्तर पर दिया जाना है।