समरसताकुंभ में देशभर से जुटेंगे 35 सौ प्रतिनिधि
फैजाबाद : डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में 15 व 16 दिसंबर को होने वाले समरसता कुं
फैजाबाद : डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में 15 व 16 दिसंबर को होने वाले समरसता कुंभ के गवाह देश भर से आए 35 सौ प्रतिनिधि बनेंगे। समरसता कुंभ में देश के करीब-करीब हर जिले से प्रतिनिधियों के शामिल होने की संभावना है। यह कुंभ, एक ओर जाति और पंथनिरपेक्ष भारत की सामाजिक समरसता से रूबरू कराएगा तो दूसरी ओर 'एक के अनेक रूप' की अवधारणा के विवेचन का भी अवसर होगा। विवि के कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने कुंभ से जुड़ी तमाम अहम जानकारियां शुक्रवार को कौटिल्य प्रशासनिक भवन के सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में साझा की।
उन्होंने बताया कि कुंभ के आयोजन के लिए एक करोड़ 75 लाख रुपये की धनराशि शासन की ओर से जारी की गई है। कुलपति ने कहाकि अयोध्या समरसता के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थल है। यहां 62 जातीय मंदिर हैं, जबकि तमाम मतावंलियों की आस्था का केंद्र भी अयोध्या ही है। कुंभ में 15 व 16 दिसंबर को वैचारिक मंथन के साथ ही प्रदर्शनी भी लगेगी और विभिन्न प्रांतों के कलाकार अपनी प्रस्तुतियां भी देंगे। उन्होंने बताया कि समरसता कुंभ से पहले काशी विद्यापीठ वाराणसी में एक व दो दिसंबर को पर्यावरण कुंभ, आठ व नौ दिसंबर को आगरा विवि के संयोजकत्व में नारी शक्ति कुंभ होगा। समरसता कुंभ के उपरांत 22 व 23 दिसंबर को लखनऊ विवि में युवा व 30 जनवरी को प्रयागराज में संस्कृति कुंभ का आयोजन होगा।
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सिर्फ प्रदूषण रहित वाहनों को इंट्री
-समरसता कुंभ में पर्यावरण की अनुकूलता का खास ख्याल रखा गया है। कुंभ परिसर में सिर्फ प्रदूषण रहित वाहनों को ही इंट्री मिल सकेगी। मेहमानों को लाने व वापस ले जाने के लिए बैट्रीचलित वाहनों की व्यवस्था की जा रही है, जबकि हर प्रकार की पॉलीथिन व अन्य प्रदूषण के कारक उत्पादों के इस्तेमाल पर भी पूर्ण पाबंदी होगी।
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पुस्तक का प्रकाशन
-समरसता कुंभ को लेकर विशेष पुस्तक का प्रकाशन किया जाएगा। इसमें सामाजिक समरसता पर आधारित लेखों का प्रकाशन किया जाएगा। उम्मीद है कि दिसंबर के प्रथम माह तक लेखों का चयन पूर्ण कर लिया जाएगा। कुंभ में इस पुस्तिका का विमोचन होगा।
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गठित हुईं समितियां
-कुंभ के मद्देनजर तीन समितियों का गठन किया गया है। इनके नाम आयोजन समिति, संचालन समिति व व्यवस्था समिति है। आयोजन समिति में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा व केशव प्रसाद मौर्य संरक्षक हैं। कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री व डॉ. महेंद्र ¨सह को शासन की ओर से प्रभारी नामित किया गया है। मणिरामदासजी की छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास व महंत काडसिद्धेश्वर को सलाहकार एवं सांसद, महापौर व विधायक समेत करीब दो दर्जन गणमान्य लोगों को सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है। विवि स्तर पर 15 उपसमितियां गठित की गई हैं, जबकि जिला प्रशासन की ओर से अपने स्तर पर एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई है।