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शिक्षामित्रों के मानदेय का 3.32 करोड़ जारी

फैजाबाद : लंबे इंतजार के बाद जिले के लगभग 400 परिषदीय शिक्षामित्रों के मानदेय भुगतान की ग्रां

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 May 2018 12:05 AM (IST)Updated: Tue, 08 May 2018 12:05 AM (IST)
शिक्षामित्रों के मानदेय का 3.32 करोड़ जारी
शिक्षामित्रों के मानदेय का 3.32 करोड़ जारी

फैजाबाद : लंबे इंतजार के बाद जिले के लगभग 400 परिषदीय शिक्षामित्रों के मानदेय भुगतान की ग्रांट शासन ने जारी कर दी है। ग्रांट जारी हो जाने के बाद आठ माह से बकाया परिषदीय शिक्षामित्रों को मानदेय मिलने का रास्ता साफ हो गया है। प्रदेश के परिषदीय शिक्षामित्रों के मानदेय भुगतान के लिए शिक्षा निदेशक बेसिक डॉ. सर्वेंद विक्रम बहादुर ¨सह ने लगभग 94 करोड़ रुपये जिले वार जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों व वित्त एवं लेखाधिकारियो को जारी कर जल्द मानदेय भुगतान के निर्देश दिए हैं।

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जिले में लगभग चार सौ परिषदीय शिक्षामित्रों का मानदेय आठ माह से बकाया था। फैजाबाद जिले के लिए शासन ने तीन करोड़ 32 लाख रुपये जारी किए हैं। समायोजन निरस्त होने के बाद से जिले परिषदीय शिक्षामित्रों को मानदेय के नाम पर फूटी कौडी नसीब नहीं हुई थी। इसके भुगतान को लेकर शिक्षामित्रों की ग्रांट के लिए दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ ने जिले पर गत 24 अप्रैल को काली पट्टीबांध कर शिक्षण कार्य किया था। पांच मई को जिलाध्यक्ष धर्मपाल यादव के नेतृत्व में चाक हड़ताल की थी। शिक्षा निदेशक बेसिक को ज्ञापन भेजकर ग्रांट भेज कर मांग की। लेखाधिकारी वित्त एवं लेखाधिकारी अरुण कुमार अग्निहोत्री ने कहा कि शासन से परिषदीय शिक्षामित्रों के मानदेय भुगतान की ग्रांट हासिल हो सकी है। एक सप्ताह के अंदर परिषदीय शिक्षामित्रों का बकाया मानदेय ट्रेजरी भेज दिया जाएगा। इस सफलता पर दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष धर्मपाल यादव, प्रदेश मंत्री बृजेश यादव, जिला मंत्री अर्जुन भारती, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आदित्य तिवारी, कोषाध्यक्ष विजय पाल, शिवराज यादव, बंशीलाल, महेश कुमार, चंद्रभान कनौजिया, रामसागर पांडेय से बीएसए से जल्द भुगतान की मांग की है। दूसरी ओर आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रांतीय मंत्री अवनीश ¨सह ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता ¨सह से शिक्षामित्रों के खाते में मानदेय भेजने की मांग की। अवनीश ने कहा कि जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय की लापरवाही से मार्च में आया मानदेय वापस हो गया था, इसलिए इस बार शिक्षामित्रों को जल्द मानदेय भेजा जाय, जिससे शिक्षामित्रों को आर्थिक समस्याओं से निजात मिल सके।


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