रामनगरी की 84 कोस परिधि के 208 पौराणिक स्थलों का होगा विकास
रामनगरी के 84कोस की परिधि में आने वाले 208 पौराणिक स्थलों के विकास का रास्ता साफ हो गया है। शासन ने इस योजना पर गंभीरता से कार्य करते हुए विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
अयोध्या : रामनगरी के 84कोस की परिधि में आने वाले 208 पौराणिक स्थलों के विकास का रास्ता साफ हो गया है। शासन ने इस योजना पर गंभीरता से कार्य करते हुए विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। शासन ने रामनगरी के समग्र विकास के मॉडल की समीक्षा करते हुए इस योजना को भी साकार करने की दिशा में सकारात्मक कदम बढ़ाया।
विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह की ओर से मुख्यमंत्री के समक्ष 208 पौराणिक स्थलों के विकास की योजना को रखा गया था। विकास प्राधिकरण दो से तीन दिनों के भीतर विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर शासन को भेजेगा। पर्यटन मंत्रालय के समक्ष भी इसका योजना का प्रस्तुतीकरण किया गया है।
रामनगरी के समग्र विकास को लेकर ग्लोबल कंसल्टेंट एजेंसी एलईए एसोसिएट्स का प्रस्तुतीकरण संतोषजनक पाया गया है। सीएम ने प्रस्तुतीकरण को बेहतर पाया है। मंगलवार को सीएम के सामने प्रस्तुतीकरण के बाद गृह विभाग के समक्ष भी विजन डाक्यूमेंट को रखा गया। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी के सामने एलईए एसोसिएट्स के प्रतिनिधि व प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने विस्तार से रूपरेखा प्रस्तुत की। गृह विभाग ने विजन डाक्यूमेंट में सुरक्षा के प्रस्तावित योजनाओं को भी शामिल करने का निर्देश दिया है। अभी तक विजन डाक्यूमेंट में सिर्फ भौगोलिक विकास को रखा गया था। गृह विभाग ने इस कार्य को पूरा करते हुए पुन: रूपरेखा प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। चेक प्वाइंट, सुरक्षा बलों के लिए स्थान, इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम सहित सुरक्षा व निगरानी के अन्य नए उपायों को विजन डाक्यूमेंट में शामिल करने के लिए कहा गया है।
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रामनगरी के समग्र विकास को लेकर ग्लोबल कंसल्टेंट एजेंसी की ओर से हुए प्रस्तुतीकरण को मुख्यमंत्री ने संतोषजनक पाया है। विजन डाक्यूमेंट में सुरक्षा के उपायों को भी शामिल किया जाएगा। 84 कोस की परिधि में आने वाले 208 पौराणिक स्थलों का भी विकास किया जाएगा, जिसकी विस्तृत कार्ययोजना दो-तीन दिनों में तैयार कर शासन को भेज दी जाएगी।
विशाल सिंह, उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण