रामजन्मभूमि से भगवान राम की प्रतिमा तक बनेगा कॉरिडोर
अयोध्या : रामनगरी के मास्टर प्लान का खाका खिचना शुरू हो गया है। मास्टर प्लान की जिम्मेदारी एएनबी लख
अयोध्या : रामनगरी के मास्टर प्लान का खाका खिचना शुरू हो गया है। मास्टर प्लान की जिम्मेदारी एएनबी लखनऊ नामक एक एजेंसी को सौंपी गई है। रामजन्म भूमि से मीरापुर द्वाबा में लगने वाली भगवान श्रीराम की प्रतिमा तक कॉरिडोर का खाका भी उसे खींचना है। टूरिस्ट सिटी जैसी सुविधाएं रामनगरी आने वाले पर्यटकों के लिए मास्टर प्लान में उसे शामिल करनी है। सोमवार को रामनगरी के मास्टर प्लान संबंधी बैठक नगरीय प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र लखनऊ में हो चुकी है। नगर आयुक्त डॉ. नीरज शुक्ल, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक आनंद एवं क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आरपी यादव बैठक में मौजूद रहे। प्रमुख सचिव पर्यटन जितेंद्र कुमार, डीजी पर्यटन, स्मार्ट सिटी मिशन निदेशक समेत शासन के अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया। सूत्रों ने बताया कि लगभग तीन महीने का समय मास्टर प्लान तैयार करने के लिए एजेंसी को दिया गया है। मास्टर प्लान के लिए नगर निगम के विस्तार में शामिल होने वाले 41 राजस्व ग्राम के बारे में एजेंसी होमवर्क करेगी। प्रस्तावित राजस्व ग्राम मास्टर प्लान में तब शामिल होंगे जब शासन से अधिसूचना जारी हो जाएगी। बैठक में रामनगरी के इंट्रीग्रेटड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) को लेकर चर्चा भी हुई। 4.89 करोड़ के ट्रैफिक प्रोजेक्ट सिस्टम को शासन से मंजूरी मिल चुकी है। स्मार्ट सिटी के बारे में भी चर्चा नगर आयुक्त, मुख्य विकास अधिकारी एवं क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी से प्रमुख सचिव पर्यटन ने चर्चा की। राजकीय निर्माण निगम की एक तकनीकी टीम चयनित जमीन का परीक्षण करने के लिए मीरापुर द्वाबा गुरुवार को आई। इसी स्थल पर भगवान श्रीराम की सबसे 251 मीटर ऊंची प्रतिमा लगाई जानी है। 61 हेक्टेयर जमीन भगवान राम की प्रतिमा लगाए जाने के लिए किसानों से ली जानी है। संबंधित किसानों से जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए पर्यटन विभाग ने सहमति पत्र लेना शुरू कर दिया है।