16 दिन, 11 मौतें और 50 से अधिक घायल
रुदौली (फैजाबाद) : परिक्रमा के दौरान सामान ढोने वाले वाहन सवारी ढोते दिखे। पिकप, ट्रक, ट्र
रुदौली (फैजाबाद) : परिक्रमा के दौरान सामान ढोने वाले वाहन सवारी ढोते दिखे। पिकप, ट्रक, ट्रैक्टर-ट्राली से लोग अयोध्या जाते नजर आए। नतीजा भीषण हादसे के रूप में सामने आया। तीन मौतों के बाद भी जिम्मेदार नहीं चेते। पिकप वाहन पर क्षमता से अधिक श्रद्धालु बैठाए गए। परमिट व लाइसेंस न होने के बाद भी ओवरलोड वाहन फोरलेन पर फर्राटा भरते दिखे।
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आंकड़े बता रहे हालात
- यातायात माह में हादसे बढ़े हैं। रुदौली, पटरंगा व मवई में 16 दिन में 11 मौतें हो चुकी हैं। 50 से अधिक घायल हुए हैं।
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खड़े वाहन बने काल
-ढाबों, पेट्रोलपंप के सामने खड़े वाहन काल बन रहे हैं। दो वर्ष पहले मवई के पास फोरलेन पर खड़े ट्रक से टकराकर अपर आयुक्त सहित चार लोगों की मौत हो गई थी। मंडलायुक्त ने एनएचएआइ व पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए। मॉनिट¨रग की कमी हादसे की वजह बन रहे हैं।
---------------------संकेतक विहीन दुर्घटना बाहुल्य स्थल
- मखवापुर, अहिरौली, मियां का पुरवा, रानीमऊ, गनौली, जरायलकला, कुढ़ासादात दुर्घटना बाहुल्य चिह्नित है। 23 जुलाई को विधायक रामचंद्र यादव ने एनएचआइ निदेशक व अफसरों के साथ फोरलेन का निरीक्षण किया, लेकिन यहां अब संकेतक नहीं हैं।
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कोहरे से निपटने के उपाय नहीं
-शरद ऋतु शुरू हो चुकी है। फोरलेन पर कोहरे से निपटने के लिए खास उपाय नहीं है। विपरीत दिशा से आ रहे वाहनों की लाइट सीधी पड़ती है। ओवरब्रिज पर उछाल दुर्घटना का कारण है। फोरलेन पर प्रकाश व्यवस्था नहीं है। रौजागांव ओवरब्रिज व अन्य स्थानों पर रे¨लग टूटी है।
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-लोगों में जागरूकता की कमी है। ट्रैक्टर ट्राली, पिकप व सामान ढ़ोने वाले वाहनों पर यात्रा नहीं करनी चाहिए।
-अमर ¨सह, सीओ रुदौली