15 नए विद्यालय प्रबंधन को परीक्षा केंद्र का तोहफा
बोर्ड परीक्षा: 15 नए विद्यालय प्रबंधन को परीक्षा केंद्र का तोहफाबोर्ड परीक्षा: 15 नए विद्यालय प्रबंधन को परीक्षा केंद्र का तोहफाबोर्ड परीक्षा: 15 नए विद्यालय प्रबंधन को परीक्षा केंद्र का तोहफा
अयोध्या : यूपी बोर्ड परीक्षा के आयोजन के लिए परीक्षा केंद्र का निर्धारण हो गया है। गत वर्ष के मुकाबले इस बार दो परीक्षा केंद्र अधिक हैं, जबकि दस हजार 475 छात्र-छात्राएं कम हैं। इस बार 14 विद्यालयों का पत्ता साफ हो गया है, जबकि 15 नए विद्यालयों परीक्षा केंद्र बनाया गया। इसमें भगवा बिग्रेड के आला नेताओं के चहेतों के विद्यालय शामिल है। आरएसएस के शिक्षा भारती से संचालित सरस्वती जायसवाल इंटर कॉलेज अयोध्या को भी इस बार परीक्षा केंद्र बनाया गया है।
गत वर्ष परीक्षार्थियों की तादाद एक लाख एक हजार छह सौ थी, जो इस मर्तबा 91 हजार 125 रह गई है। दूसरी ओर परीक्षा केंद्र की तादाद 132 से बढ़कर 134 रह गई है। इस बार हाईस्कूल की परीक्षा में परीक्षार्थियों की संख्या पिछले वर्ष के सापेक्ष चार 448 घटकर 50 हजार 339 हो गई है। इंटरमीडिएट में पांच हजार 989 छात्र कमी आई और इस कक्षा में 40 हजार 786 छात्र परीक्षा देंगे। ये तादाद व्यक्तित्व व संस्थागत छात्रों की है। स्थानीय स्तर की केंद्र निर्धारण समिति ने जो नए परीक्षा केंद्र बनाए, उसमें सोहावल स्थित पंडित प्रतापनारायण इंटर कॉलेज पिरखौली, पंडित रेवतीरमण कन्या इंटर कॉलेज संजयगंज व बाबू श्यामसुंदर इंटर कॉलेज हैं। इसी तरह राम इंटर कॉलेज गुंधौर बीकापुर है। सदर के शिवदयाल जायसवाल इंटर कॉलेज, फार्ब्स इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गोसाईंगंज, राजबहादुर ¨सह स्मारक इंटर कॉलेज मड़ना केंद्र बने हैं। मिल्कीपुर में महाराजी इंटर कॉलेज अधियारी, रामसुमिरन इंटर कॉलेज शाहगंज, डीबीएस इंटर कॉलेज हनुमानगंज सुरहुरपुर, श्रीरामजानकी बालिका इंटर कॉलेज अमावासूफी, मधुराज इंटर कॉलेज अजरौली है। हरिग्टनगंज के शहीद रामसूरत बालिका इंटर कॉलेज पलिया लोहानी व मवई के बाबा शिवचरन इंटर कॉलेज पूरे मुरली को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है। दूसरी ओर ग्रामोदय इंटर कॉलेज रामपुर सर्धा, आरपीबीपी शुक्ल इंटर कॉलेज मिल्कीपुर, रानी लक्ष्मीबाई इंटर कॉलेज जोरियम मिल्कीपुर, डायमंड इंटर कॉलेज रामपुरभगन, सुभाषचंद्र बोस इंटर कॉलेज बड़ागांव सहित 14 विद्यालयों का नाम परीक्षा केंद्र से हटा दिया गया है। ये विद्यालय केंद्र बनने के लिए उपयुक्त नहीं पाए गए हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक आबीएस चौहान ने बताया कि मानक पूरा करने वाले विद्यालयों को ही परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इसके अतिरिक्त जिन विद्यालयों ने मानक पूरा नहीं किया, ऐसे को परीक्षा केंद्र से वंचित रखा गया है।