109 गांवों में अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल के लिए जमीन चिन्हित
अयोध्या जिलाधिकारी अनुज कुमार झा की अध्यक्षता में निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए जिला स्तर पर गठित समिति की बैठक में गोवंश संख्या के सापेक्ष शेड की व्यवस्था गोवंश को ठंड से बचाने के लिए समुचित व्यवस्था गोवंश की सुपुर्दगी के लिए आवंटित लक्ष्य आदि बिदुओं की समीक्षा की गयी। डीएम ने बताया कि अब तक 22 गोवंश आश्रय स्थल संचालित हैं। इसके अतिरिक्त 109 गांवों में अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल के लिए जमीन चिह्नित कर ली गयी है। प्रत्येक तहसील में एसडीएम बीडीओ तथा पशु चिकित्सा अधिकारी की टीम गठित की गयी है जो आगे की कार्यवाही कर रही है।
अयोध्या : जिलाधिकारी अनुज कुमार झा की अध्यक्षता में निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए जिला स्तर पर गठित समिति की बैठक में गोवंश संख्या के सापेक्ष शेड की व्यवस्था, गोवंश को ठंड से बचाने के लिए समुचित व्यवस्था, गोवंश की सुपुर्दगी के लिए आवंटित लक्ष्य आदि बिदुओं की समीक्षा की गयी। डीएम ने बताया कि अब तक 22 गोवंश आश्रय स्थल संचालित हैं। इसके अतिरिक्त 109 गांवों में अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल के लिए जमीन चिह्नित कर ली गयी है। प्रत्येक तहसील में एसडीएम, बीडीओ तथा पशु चिकित्सा अधिकारी की टीम गठित की गयी है जो आगे की कार्यवाही कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक न्याय पंचायत में कम से कम एक पशु आश्रय स्थल की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। आने वाले छह से सात माह में काफी हद तक समस्या का निराकरण हो जायेगा। डीएम ने पशुओं को ठंड से बचाने के लिए काऊ कोट, बोरे, पॉलीथीन के पर्दे, पुआल आदि की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी आश्रय स्थलों में हरे चारे की प्रचुर उपलब्धता या चूनी चोकर की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी पशु आश्रय स्थलों में बीमार पशुओं के उपचार के लिए एक सेक्शन बनाने के निर्देश दिये, जिसमें उनका उपचार किया जाये। उन्होंने हरे चारे के लिए नेपियर घास या ऐसे हरे चारे को लगाने के निर्देश दिए जिसकी कई बार कटाई की जा सके और लम्बे समय तक चारा चल सके।