जिसकी भूमिका पर सवाल, उसे ही एफआइआर की जिम्मेदारी
संवादसूत्र ऊसराहार विकास खंड ताखा क्षेत्र की 17 ग्राम पंचायतों में कागजों पर पशुशेड और
संवादसूत्र, ऊसराहार : विकास खंड ताखा क्षेत्र की 17 ग्राम पंचायतों में कागजों पर पशुशेड और पौधरोपण कर लाखों रुपये के घोटाले में बीडीओ ताखा की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। कागजों पर हुए कार्यों को उनके द्वारा बिना सत्यापित कराए भुगतान कर दिया गया था। डीडीओ की अध्यक्षता में जांच टीम ने भी उनकी भूमिका को संदिग्ध माना है। इसके बावजूद उन्हीं को मुकदमा दर्ज कराने की जिम्मेदारी दे दी गई है। इससे उच्चाधिकारियों की उन पर मेहरबानी साफ झलक रही है जो तहसील क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
विकास खंड ताखा में कागजों पर पशुशेड बनाकर 1 लाखा 54 हजार 200 रुपये और 17 ग्राम पंचायतों में कागजों पर पौधरोपण करके 12 लाख रुपये के घोटाला में ताखा बीडीओ पीएन यादव की भूमिका को लेकर जिला विकास अधिकारी दीनदयाल की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय जांच समिति ने सवाल उठाए हैं। समिति ने माना कि है अंतिम भुगतान बीडीओ ताखा द्वारा ही किया गया है ऐसे में उनकी घोटाले में भूमिका और एक अधिकारी के तौर पर दायित्व सही नहीं पाए गये हैं। जांच समिति के आरोपों को इससे भी बल मिलता है क्योंकि अंतिम भुगतान करने से पहले बीडीओ ताखा पीएन यादव द्वारा किसी भी एडीओ या ग्राम पंचायत अधिकारी या अन्य कर्मचारी से भौतिक सत्यापन नहीं कराया गया था, यदि भौतिक सत्यापन कराया जाता तो मौके की वास्तविक स्थिति स्पष्ट होती। 12 लाख से अधिक के घोटाले में बिना किसी जांच कराए बीडीओ ताखा ने भुगतान कर दिया था ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि जिसकी भूमिका को सही नहीं पाया गया उन्हीं को मुकदमा दर्ज कराने की जिम्मेदारी दे दी गई। क्षेत्रीय नेताओं ने जिलाधिकारी श्रुति सिंह से ताखा ब्लॉक के सभी घोटालों की एक साथ जांच कराकर वास्तविक दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।