आंधी-पानी में गिरी दीवार, मासूम की मौत
बकेवर । गुरुवार की रात आयी चक्रवाती आंधी में लवेदी थाना क्षेत्र के ग्राम धौरखा में एक कच्चे मकान के ऊपर दीवार गिरने से उसके मलबे के नीचे दब कर तीन वर्षीय बच्चे की मौत हो गयी वही बच्चे के माता व पिता गंभीर रुप से घायल हो गये । यही नही इसी गांव में एक अन्य मकान की दीवार गिरने से उसके नीचे दबकर पिता पुत्री के घायल होने की भी खबर है ।
जागरण संवाददाता, इटावा : गुरुवार रात आंधी-पानी से बकेवर तथा भरथना क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ। पक्की दीवार कच्चे घर पर गिरने से उसके मलबे में दबकर तीन साल के मासूम बालक की मौत हो गई जबकि दंपती सहित चार लोग घायल हुए। कई जगह पेड़ गिरने से आवागमन प्रभावित हो गया। बकेवर क्षेत्र में आम की फसल को काफी क्षति पहुंची है। बिजली की भयावह गड़गड़ाहट से लोग घरों में दुबकने को विवश हुए। शुक्रवार सुबह हल्की बारिश होने से तापमान में गिरावट हुई इसके तहत अधिकतम तापमान 37 तो न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दोपहर बाद सूरज की चमक तेज होने से वातावरण में तपिश और उमस बढ़ गई। मौसम की मार से अधिकांश लोग आहत हैं।
बकेवर में थाना लवेदी क्षेत्र ग्राम धौरखा में गांव निवासी जितेंद्र पुत्र दिनेश गुरुवार की रात भोजन करने के बाद पत्नी रिकी व तीन वर्षीय पुत्र अनुराग के साथ कच्चे घर में सोने की तैयारी कर रहे थे कि उसी समय आंधी आ गई, जिससे जितेंद्र के पड़ोस की दीवार ढहकर उसके घर की कच्ची छत पर आ गिरी जिससे छत धराशायी हो गई, उसके मलबे में पति पत्नी तथा तीन वर्षीय पुत्र अनुराग दब गए। मलबा गिरने की तेज आवाज सुनकर पड़ोसी दौड़े और मलबा हटाकर तीनों को निकालने में जुट गए। जितेंद्र व उसकी पत्नी रिकी को गंभीरावस्था में तो निकाल लिया मगर तीन वर्षीय अनुराग को नहीं बचा सके। दूसरी ओर पड़ोसी सर्वेश पुत्र ब्रह्मदीन का भी मकान ढह गया, जिसके मलबे मे दबकर सर्वेश व उनकी पुत्री संगीता भी गंभीर रूप से घायल हो गई। पुलिस ने एंबुलेंस से सभी घायलों को जिला चिकित्सालय भिजवाया। मासूम के बाबा दिनेश ने बताया कि अनुराग उनके परिवार का इकलौता चिराग था जिसे आंधी ने बुझा गया। हादसा से पूरे गांव मे शोक छा गया। लोगों के घरों में चूल्हे तक नहीं जले। तहसीलदार भरथना गजराज सिंह, लेखपाल के अलावा थानाध्यक्ष अमान ने सांत्वना देकर आर्थिक सहायता तथा अन्य योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया।
भरथना में गोशाला की टिनशेड उड़ी : बीती रात आंधी पानी से ग्राम पालीकला स्थित गौशाला का टिनशेड उड़ा ले गई, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सहदेव सिंह ने बताया कि आंधी-पानी ने इस गांव का ही नहीं अपितु आसपास के गांवों का जनजीवन बेहाल कर दिया। कई पेड़ों की शाखाएं टूटकर दूर जा गिरी। इसके अलावा कई घरों पर रखे छप्पर भी उड़ गए। रात होने से अधिकतर लोग घरों में थे जिससे जनहानि बच गई। बीते चार दिनों से आंधी-पानी के मौसम से सभी का जीना दुश्वार बना हुआ है।