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वसूली का बंटवारा करते सिपाहियों का वीडियो वायरल

संवाद सूत्र उदी खनन सामग्री से ओवरलोड वाहनों को सुरक्षित पास कराने को लेकर पुलिस धन वसूली

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Jul 2021 07:24 PM (IST)Updated: Tue, 20 Jul 2021 07:24 PM (IST)
वसूली का बंटवारा करते सिपाहियों का वीडियो वायरल
वसूली का बंटवारा करते सिपाहियों का वीडियो वायरल

संवाद सूत्र उदी : खनन सामग्री से ओवरलोड वाहनों को सुरक्षित पास कराने को लेकर पुलिस धन वसूली करती है। इसकी हकीकत पुलिस के सिपाहियों द्वारा हिस्सा बांट करते हुए वीडियो वायरल होने से सामने आ गई। वीडियो में चंबल पुल की सीमा पर तैनात रहे दो सिपाही आपस में रुपयों का बंटवारा कर रहे हैं। हालांकि इस वायरल वीडियो की दैनिक जागरण पुष्टि नहीं करता है। क्षेत्र में ओवरलोड खनन पासिग को लेकर पुलिस की इस वसूली की व्यापक चर्चा हो रही है। वसूली के चक्कर में ग्वालियर-बरेली हाईवे पर चंबल पुल से लेकर उदी गांव तक आए दिन जाम लगता है।

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यूपी-एमपी की सीमा पर थाना बढ़पुरा क्षेत्र में चंबल पुल के समीप मध्यप्रदेश से आने वाले अवैध व ओवरलोड खनन से होने वाले राजस्व चोरी रोकने के लिए चेक पोस्ट स्थापित किया गया है जो अवैध कमाई को लेकर हमेशा से विवादित रहा है। अवैध खनन परिवहन एवं वसूली को लेकर प्रशासनिक एवं पुलिस के आला अधिकारियों की टीमों द्वारा पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कई बार कार्रवाई हो चुकी है। इसके बावजूद वसूली बंद नहीं हुई बल्कि वसूली और ज्यादा होने लगी है। राष्ट्रीय राजमार्ग के इंजीनियरों द्वारा ओवरलोडिग के चलते चंबल नदी पुल को खतरनाक बताया जा चुका है। प्रशासन इस ओर कोई तवज्जो नहीं दे रहा है जबकि रुपयों की खनक दिखाकर खनन माफिया लगातार लाभ उठाने में कामयाब हो रहे हैं।

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चेकिग की पहले ही मिल जाती है सूचना

माफियाओं को चेकिग की सूचना पहले से हो जाती है। इससे बार्डर पर खनन व परिवहन की टीम द्वारा जब भी चेकिग की जाती है तो मध्यप्रदेश सीमा पर ही अवैध व ओवरलोड खनन के ट्रकों व ट्रैक्टरों को रोक दिया जाता है। जिससे सीमा पार वाहनों की लंबी कतारें लगवाकर माफिया जाम लगवा देते हैं। जाम खुलवाने की आड़ में सभी वाहन पास करा दिए जाते हैं।

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फोन व एसएमएस के माध्यम से खनन की पासिग

सीमा पार खड़े ओवरलोड वाहनों की पासिग फोन-मैसेज आदि के माध्यम से चेकिग के बाद कराई जाती है। कुछ दलाल यह काम करने को बार्डर पर चक्कर लगाते देखे जाते हैं। सीमा पार से फोन द्वारा लोकेशन लेने के बाद बार्डर पर जिम्मेदारों से फोन, मैसेज, वाट्सएप आदि से जानकारी के बाद धड़ल्ले से ऐसे वाहनों की पासिग करा दी जाती है।

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सिपाहियों द्वारा वसूली का बंटवारा करते हुए वायरल वीडियो हमारे संज्ञान में नहीं आया है। जानकारी होने से इसकी जांच कराई जाएगी जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

--जेपी शर्मा, थाना प्रभारी बढ़पुरा


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