अरसे बाद जमीन पर आए सब्जियों के भाव
संवादसूत्र, बकेवर : अच्छी बारिश का नतीजा सामने आने लगा है। काफी समय बाद आसमान छू रहे सब्ि
संवादसूत्र, बकेवर : अच्छी बारिश का नतीजा सामने आने लगा है। काफी समय बाद आसमान छू रहे सब्जियों के भाव जमीन पर आ गए हैं। इससे गरीब और आम लोगों को काफी राहत मिली है। साथ ही गरीबों की थाली भी पोषण से भरपूर हो गई है।
करीब चार माह पूर्व से लेकर दीपावली तक सब्जियों के भाव आसमान छू रहे थे। इसके बाद से इनमें नरमी आना शुरू हो गयी थी। वर्तमान में कुछ एक को छोड़ अधिकांश सब्जियां आम और गरीब आदमी की पहुंच में हैं। पहले की तुलना में भाव में औसतन तीन से चार गुना तक की कमी आई है। गरीबों की रसोई का बजट भी ढर्रे पर आ गया है। इससे महिलाओं ने भी राहत की सांस ली है। सब्जी तीन महीने पहले वर्तमान फूलगोभी 50 10 बंदगोभी 40 10 अदरक 120 80 हरी मिर्च 80 40 हरा धनिया 120 50 आलू 20 8-10 बैंगन 40 10 टमाटर 40 10 लौकी 30 10 मूली 30 10 प्याज 30 10 पालक 20 10 शिमला मिर्च 120 40 (सब्जी के दाम प्रति किलो फुटकर में) बढ़ सकते हैं दाम
सब्जी आढ़ती गो¨वद कुशवाहा गुरु, देवेंद्र ¨सह चौहान मुन्ना, चन्द्र शेखर बताते हैं कि सब्जियों के भाव इस समय निचले स्तर पर हैं। क्योंकि अभी मांग और खपत सामान्य है। आने वाले समय में सहालग है। इसमें मांग और खपत बढ़ेगी। ऐसे में सब्जियों के दाम बढ़ना भी संभव है। क्या कहती हैं गृहणियां
समाजसेविका डा. ज्योति दीक्षित बताती हैं कि महंगी सब्जी के कारण काफी ¨चता रहती थी, अब राहत है। सब्जी के दाम नियंत्रण में आने से रसोई का बजट संतुलित है। गृहणी नीतू यादव कहती हैं कि ऐसी नीति बननी चाहिए कि जरूरी सब्जियां लोगों की पहुंच से बाहर न हों। सब्जी की जरूरत सभी को है। इसके लिए उनका सस्ता होना भी जरूरी है।