सात साल से धूल फांक रहीं अल्ट्रासाउंड मशीनें
जागरण संवाददाता इटावा : मुख्यालय पर 300 शैय्या का डा. भीमराव अंबेडकर संयुक्त जिला अस्पताल भ
जागरण संवाददाता इटावा : मुख्यालय पर 300 शैय्या का डा. भीमराव अंबेडकर संयुक्त जिला अस्पताल भी है। जहां महिला अस्पताल में महिला मरीजों के अल्ट्रासाउंड कराने के लिए एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन-तीन अल्ट्रासाउंड मशीनें बीते 7 साल से शोपीस बनी हुई हैं। रेडियोलाजिस्ट के अभाव में महिला मरीजों को अल्ट्रासाउंड के लिए पुरुष अस्पताल में जाना पड़ रहा है। जहां अल्ट्रासाउंड कराने वालों की लंबी लाइन लगानी पड़ रही है।
जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराने की व्यवस्था तो की गई है लेकिन इसका लाभ उन्हीं मरीजों को मिल पा रहा है जो सुबह 8.30 बजे तक अल्ट्रासाउंड के लिए नंबर लगाने में सफल हो जाते हैं। भीड़ के चलते देर से पहुंचने वाले मरीजों को अगले दिन का इंतजार करने के लिए कहा जाता है। इसके विपरीत महिला अस्पताल में दो अल्ट्रासाउंड मशीनें बीते तकरीबन 7 साल पूर्व मुहैया करा दी गई थीं तथा एक कलर मशीन भी चार साल पूर्व आ गई थी, इस तरह मशीनें तो तीन आ गई लेकिन अल्ट्रासाउंड करने वाला एक भी डाक्टर नहीं आया। इसके चलते महिला मरीजों को पुरुष अस्पताल की ही अल्ट्रासाउंड मशीन पर आश्रित रहना पड़ रहा है।
हैरत की बात तो यह है कि महिला जिला अस्पताल में चिकित्सा सुविधा तो दी गई है, लेकिन चिकित्सक व अन्य स्टाफ की कमी खल रही है। पुरुष अस्पताल के माध्यम से अल्ट्रासाउंड कराया जा रहा है।
जिम्मेदार बोले :
अस्पताल में संसाधन तो ठीक है लेकिन रेडियोलाजिस्ट के अभाव में अल्ट्रासाउंड मशीनें चालू नहीं हो पा रहीं है। अस्पताल में महिला चिकित्सकों का अभाव बना हुआ है। मरीजों को चिकित्सा सुविधा देने के पूरे मनोयोग से प्रयास किए जा रहे हैं।
- डा. अशोक कुमार जाटव, मुख्य चिकित्साधीक्षक महिला जिला अस्पताल।