कोरोना योद्धा बनकर बचाई हजारों की जान
जागरण संवाददाता इटावा इस समय जबकि कोरोना काल चल रहा है फिर भी जान की परवाह न कर
जागरण संवाददाता, इटावा : इस समय जबकि कोरोना काल चल रहा है फिर भी जान की परवाह न करते हुए आम लोगों को संक्रमण से बचाने में जुटकर अपना डाक्टर धर्म का पालन कर रहे हैं। इस दौरान घर जाना भी नहीं हो रहा है। सरकार के निर्देश पर विषम हालातों में भी जनता की सेवा को अपना सर्वोच्च मकसद मान लिया है। चिकित्सक का धर्म मरीजों की जान बचाना है। जब भी चिकित्सक की डिग्री दी जाती है तो चिकित्सा धर्म को ही सर्वोपरि धर्म बता कर पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाती है। उसी का पालन आज भी कोरोना काल में कर रहा हूं। डा. वीरेन्द्र सिंह, डिप्टी सीएमओ मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में कोरोना संक्रमण की ड्यटूी करके अपना चिकित्सक धर्म निभा रहा हूं। हर रोज जब भी जिस इलाके में कोरोना संक्रमित निकलते हैं। उनका सरकारी एंबुलेस से लेकर कोविड-19 हॉस्पीटल में भर्ती कराना नियमित का कार्य है। डा. विनोद शर्मा कोरोना काल में जब भारत सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया तो मरीजों खास कर महिला मरीजों के दर्द को आत्मसात करके हर रोज ओपीडी सहित प्रसव की सारी सुविधाएं मरीजों को पहुंचाई। इतना ही नहीं सरकार द्वारा लागू किए गए लॉकडाउन के नियमों का पूरा पालन भी कराया गया है। इसके लिए सरकार द्वारा सम्मानित भी हो चुका हूं। डा. अशोक कुमार जाटव, सीएमएस महिला जिला अस्पताल डा. बीआर आंबेडकर संयुक्त जिला अस्पताल में चिकित्सक होने के नाते जब कोरोना कार्य में ड्यूटी लगाई गई तो पहले बहुत डर लगा लेकिन जैसे ही चिकित्सक का फर्ज याद आया, तब सारी चिता छोड़ कर कोरोना संक्रमित मरीजों की सेवा में जुट गया जो आज भी जुटा हुआ हूं। डा. अजय शर्मा
चिकित्सक होने के नाते कोरोना संक्रमण को भूल कर मरीजों की सेवा में जी-जान से जुटा हुआ है। इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा उत्साह वर्धन करने का ही परिणाम है कि सारे गम व खतरे भूल कर संक्रमितों की सेवा को अपना धर्म मान कर जुटा हुआ हूं। डा. पीके गुप्ता
इस समय सारा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। लोग मिलने से कतराने लगे हैं। दूरी बना कर बात करते हैं। इन हालातों में भी फर्ज की खातिर रात दिन उन्हीं मरीजों की सेवा में जुटा रहता हूं। जिनके नाम से लोग दूर भागते हैं। सीएमओ द्वारा जो ड्यटी लगाई गई है। सब कुछ छोड़ कर मरीजों की सेवा में जुटा हुआ हूं। डा. महेश चंद्रा
जिला प्रशासन द्वारा बनाये गए कोविड-19 नारायण इंटर कालेज के हॉस्टल में जहां पर कोरोना संक्रमित रहते हैं। उनकी सेवा करके अपना चिकित्सक धर्म का पालन कर रहा हूं। इस जोखिम भरे कार्य के लिए पहले तो परिवारी जनों ने भी एतराज जताया लेकिन जब फर्ज याद आया तो सब कुछ भूल कर सेवा में जुट गया और उनके स्वस्थ होने पर जितना हर्ष होता है बता नहीं सकता। डा. अब्दुल कादिर टीबी व कोरोना संक्रमण के लक्षण मरीजों में एक जैसे ही होते हैं। जिस तरह कोरोना संक्रमित मरीज की छाया से लोग दूर भागते हैं। इसी तरह टीबी के मरीज से बचाव करते हैं। जब से लॉकडाउन लागू हुआ उसी दिन से कोरोना मरीजों की सेवा में जुटा हुआ हूं। डा. बीएल संजय