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श्रद्धालुओं ने नगर के जिनालयों में की वंदना

जागरण संवाददाता, इटावा : दशलक्षण पर्व के अंतिम दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म के साथ दिगम्बर जैन धर्म का

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 10:53 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 10:53 PM (IST)
श्रद्धालुओं ने नगर के जिनालयों में की वंदना
श्रद्धालुओं ने नगर के जिनालयों में की वंदना

जागरण संवाददाता, इटावा : दशलक्षण पर्व के अंतिम दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म के साथ दिगम्बर जैन धर्म का सबसे बड़ा पर्व अनंत चतुर्दशी को भक्तिभाव एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। नगर के नशियां जी, कुनैरा चंबल तट सहित समस्त जिनालयों में भगवान वासपूज्य को लाडू समर्पित किया गया। प्रात: 5 बजे से ही नगर के समस्त जिनालयों में बच्चे, बड़े एवं नौजवानों ने भगवान की आराधना करते हुए लालपुरा, बरहीपुरा, पंसारी टोला, करनपुरा, डाढ़ा, छिपैटी, सरायशेख, चौगुर्जी, नया शहर, कटरा स्थित मंदिरों में वंदना की। नगर से तीन किमी दूर स्थित श्री दिगम्बर जैन नशियां जी पर प्रात: 5 बजे भगवान पा‌र्श्वनाथ सहित समस्त प्रतिमाओं पर जलाभिषेक के साथ संगीतमय नित्य पाठ पूजन किया गया। तदोपरांत ट्रस्ट अध्यक्ष संजू जैन सहित पुजारियों एवं सैकड़ों श्रद्धालुओं द्वारा भगवान वासपूज्य को निर्वाण लाडू समर्पित किया गया।

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लालपुरा स्थित श्री प‌र्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में संगीतमय पूजा पाठ के आयोजन के उपरांत महेश चन्द्र जैन-शशि जैन की ओर से लाडू चढ़ाया गया। सरायशेख मंदिर समिति के प्रशांत जैन ने बताया कि सायंकालीन श्रीजी की 108 दीपों से महाआरती की गयी। नयाशहर मंदिर में महेन्द्र कुमार जैन द्वारा संगीतमय पूजा अर्चना संपन्न करायी जा रही थी। वहीं कुनैरा स्थित श्री नवग्रह तीर्थ क्षेत्र में प्राचीन प्रतिमा सहित खड़गासन प्रतिमाओं का जलाभिषेक किया गया।

नशियां जी पर जलधारा महोत्सव आज

श्री पा‌र्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर नशियां जी पर जलधारा महोत्सव 24 सितंबर को धूमधाम से मनाया जाएगा। यह जानकारी देते हुए ट्रस्ट के अध्यक्ष संजीव जैन संजू ने बताया कि जलधारा महोत्सव आचार्य श्री 108 सौभाग्य सागर जी महाराज के सानिध्य में संपन्न होगा। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सदर विधायक सरिता भदौरिया उपस्थित रहेंगी। हर वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष जलधारा महोत्सव अनूठा होगा। जिसमें प्रथम गाजे बाजे के साथ दोपहर 1 बजे से रथयात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद पुजारीगणों द्वारा भगवान महावीर स्वामी की 21 फीट ऊंची प्रतिमा का महामस्ताभिषेक, पूजन, आचार्य श्री सौभाग्य सागर के प्रवचन एवं उनकी पुस्तक पूजन दर्शन विधि का विमोचन के उपरांत जलधारा डाली जाएगी।


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