सर्विलांस टीम ने परखी जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं
जागरण संवाददाता, इटावा : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की कायाकल्प योजना में प्रदेश स्तर पर पहला पुर
जागरण संवाददाता, इटावा : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की कायाकल्प योजना में प्रदेश स्तर पर पहला पुरस्कार पाने वाले डा. बीआर आंबेडकर जिला अस्पताल पुरुष का केंद्रीय सर्विलांस टीम के चिकित्सकों ने अस्पताल की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान डा. एएस त्रिपाठी ने जहां कुपोषित बच्चों की देखरेख को परखा, वहीं डा. सुलभा स्वरूप ने स्टाफ नर्स से ड्रे¨सग करने का तरीका व सुरक्षा की जानकारी ली। डा. एएस त्रिपाठी ने कुपोषण एवं पुनर्वास वार्ड में जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने न्यूट्रीशियन पल्लवी दुबे, शिल्पी पाल व रजनी से पूछा कि कुपोषित बच्चों को कितने दिन तक रखा जाता है तथा किस आधार पर उनकी छुट्टी की जाती है। इस पर न्यूट्रीशियन ने बताया कि अमूमन 15 दिन तक बच्चे को भर्ती रखा जाता है। बच्चे को पोषित आहार के साथ ही दवाओं का सेवन कराया जाता है। बच्चे का वजन लिया जाता है और जब वजन पचास फीसद बढ़ जाता है तब उसे डिस्चार्ज किया जाता है। उन्होंने एनआरसी की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए स्टाफ की भी तारीफ की। इस दौरान जिला समन्वयक डा. रहीसुद्दीन भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पहला स्थान आने पर तीन साल तक निरीक्षण किया जाता है। सुविधाओं में विस्तार होने पर 10 हजार का पुरस्कार हर साल दिया जाता है तथा योजना में शामिल होने के लिए तीसरी साल पंजीयन कर लिया जाता है। इसी कड़ी में डा. सुलभा स्वरूप ने वार्ड में स्टाफ नर्स से ड्रे¨सग करने का तरीका परखा और सुरक्षा को लेकर सख्त हिदायत भी दी। उनके साथ सीएमएस डा. एसएस भदौरिया व मैनेजर डा. निखलेश भी मौजूद रहे।