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खतरे के निशान से पांच मीटर ऊपर बह रही है चंबल

खतरे के निशान से पांच मीटर ऊपर बह रही है चंबल

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Aug 2022 06:37 PM (IST)Updated: Wed, 24 Aug 2022 06:37 PM (IST)
खतरे के निशान से पांच मीटर ऊपर बह रही है चंबल
खतरे के निशान से पांच मीटर ऊपर बह रही है चंबल

खतरे के निशान से पांच मीटर ऊपर बह रही है चंबल

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संवादसूत्र, उदी : कोटा बैराज बांध से छोड़े गए पानी के चलते चंबल नदी का जलस्तर मंगलवार प्रातः से लगातार तेज गति से बढ़ रहा है। मंगलवार देर रात में ही जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया था। बुधवार प्रातः से क्षेत्र के कई गांव में पानी घुसने से आवागमन अवरुद्ध हो गया है तो कई एकड़ फसल बर्बाद हो गई है। बुधवार देर शाम तक जलस्तर खतरे के निशान से पांच मीटर से अधिक ऊपर हो गया है। जलस्तर अभी भी तेज गति से बढ़ रहा है। बाढ़ को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित तमाम वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा प्रभावित गांव का दौरा कर ग्रामीणों की सुरक्षा एवं राहत के लिए निर्देश दिए गए हैं।

कोटा बैराज बांध से छोड़ा गया पानी मंगलवार प्रातः उदी पर तेज गति से पहुंचा था जो कि देर रात आठ बजे खतरे के निशान 120.80 मीटर को पार करते हुए 121.75 मीटर हो गया था। बुधवार दोपहर एक बजे तक 124.75 मीटर यानी खतरे के निशान से लगभग 4 मीटर ऊपर हो गया। जिस कारण क्षेत्र के ग्राम मड़ैया पछायागांव, बसवारा एवं बढ़पुरा मड़ैया आदि गांव में बाढ़ का पानी घुस गया। चारों ओर बाढ़ का पानी भरने से संपर्क मार्ग डूब गए तो गांव में भी पानी भर गया। बाजरा आदि की सैकड़ों बीघा फसल भी नष्ट होने का अंदेशा लगाया जा रहा है।

केंद्रीय जल आयोग केंद्र चंबल नदी स्थल प्रभारी ने बताया कि चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। शाम पांच बजे जलस्तर 125.34 मीटर दर्ज किया गया है। जो खतरे के निशान से लगभग साढ़े चार मीटर से ऊपर हो गया है। जलस्तर अभी भी 14 से 15 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि धौलपुर में अभी जलस्तर में बढ़ोतरी होने की सूचना मिली है तो यहां भी जलस्तर के और अधिक बढ़ने की पूरी संभावना बनी हुई है।

ज्ञात हो कि चंबल नदी में सर्वाधिक बाढ़ 1971 में 128.06 मीटर तो वर्ष 1996 में 128.35 मीटर आई थी जबकि वर्ष 2019 में उपरोक्त सभी रिकार्ड तोड़ते हुए जलस्तर 128.53 मीटर पहुंचा था। जिससे उपरोक्त तीनों गांव काफी प्रभावित हुए थे तथा ग्रामीणों को भारी आर्थिक क्षति से भी जूझना पड़ा था।

डीएम, एसपी ने निरीक्षण किया

चंबल नदी में बाढ़ से प्रभावित बढ़पुरा ब्लाक क्षेत्र के तीन ग्राम मड़ैया पछायागांव, बसवारा एवं मड़ैया बढ़पुरा का जिलाधिकारी अवनीश राय एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश सिंह द्वारा उपजिलाधिकारी सदर राजेश कुमार सिंह, तहसीलदार श्रीराम यादव सहित तमाम अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया गया। बाढ़ से घिरे गांव के लोगों के आवागमन हेतु नौका आदि की व्यवस्था करने के साथ लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के आदेश निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी द्वारा संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों से कहा कि बाढ़ से बचाव के लिए जो भी इंतजामात हों हर संभव किए जाएं। जरूरत के अनुसार बाढ़ से प्रभावित लोगों को सुरक्षित बाहर लाया जाए तथा उनके भोजन आदि की व्यवस्था के साथ पशुओं की सुरक्षा एवं उनके चारे की व्यवस्था की जाए। प्रभावित गांव के आसपास रहकर सुरक्षा एवं सहायता के लिए सक्रियता से कार्य किया जाए।

यमुना नदी का जलस्तर भी बढ़ा

चंबल नदी के लगातार जलस्तर बढ़ने के चलते यमुना नदी के जलस्तर में भी बुधवार प्रातः से बढ़ोतरी हो रही है। केंद्रीय जल आयोग यमुना नदी स्थल प्रभारी अभिषेक कुमार ने बताया कि यमुना नदी का जलस्तर चंबल नदी की बाढ़ के कारण हो रहा है। चंबल नदी का दबाव पड़ने से यमुना नदी का जलस्तर आंशिक रूप से बढ़ा है। बुधवार शाम पांच बजे 118.46 मीटर जलस्तर दर्ज किया गया जबकि दोपहर एक बजे जलस्तर 118.27 मीटर था। जलस्तर में 4 से 5 सेंटीमीटर प्रति घंटे बढ़ने का अनुमान है।


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