झोलाछाप के उपचार से सुरक्षा गार्ड की मौत
संवादसूत्र बसरेहर नीम हकीम खतरा-ए-जान के रूप में ग्रामीण क्षेत्र में पहचान बना चुके झोलाछाप तथाकथित डॉक्टरों पर प्रशासन नकेल लगाने में अभी तक असफल ही साबित हो रहा है। शनिवार को सैफई ट्रामा सेंटर के गार्ड की झोलाछाप के उपचार से मौत हो गई। घटना में गौरतलब पहलू यह है कि बीते साल इस
संवादसूत्र, बसरेहर : नीम हकीम खतरा-ए-जान के रूप में ग्रामीण क्षेत्र में पहचान बना चुके झोलाछाप पर प्रशासन नकेल लगाने में अभी तक असफल साबित हो रहा है। शनिवार को सैफई ट्रामा सेंटर के गार्ड की झोलाछाप के उपचार से मौत हो गई। घटना में गौरतलब पहलू यह है कि बीते साल इस झोलाछाप की क्लीनिक सील की गई थी लेकिन कुछ ही दिनों बाद उसने सील तोड़कर उपचार शुरू कर दिया। हादसे से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है जबकि झोलाछाप सुबह से फरार बताया जा रहा है।
क्षेत्र के ग्राम रसूलाबाद के इंद्रपाल पुत्र प्यारेलाल उम्र करीब 55 वर्ष के पुत्र टिकू ने बताया कि पिता बीती शाम सैफई ट्रामा सेंटर में सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात थे जो ड्यूटी खत्म करने के बाद घर आए तो उन्हें कुछ हरारत सी लगी तो गांव के झोलाछाप से बुखार की दवाई ले ली। रात में उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। करीब तीन बजे उनकी मौत हो गई।