ट्रक के स्थान पर ट्रैक्टर दिखाकर की जा रही थी राजस्व की चोरी
राजेंद्र सिंह भदौरिया उदी प्रयागराज आगरा सहित कई स्थानों से खनन राजस्व चोरी की सूचना मिलन
राजेंद्र सिंह भदौरिया, उदी
प्रयागराज, आगरा सहित कई स्थानों से खनन राजस्व चोरी की सूचना मिलने के बाद निदेशक खनन डा. रोशन जैकब द्वारा विजीलेंस के साथ रविवार की रात्रि को छापा मारा गया था, जहां पर बड़े पैमाने पर फर्जी आएसटीपी के नाम पर हो रही राजस्व चोरी का भंडाफोड़ किया गया। सूत्रों के अनुसार खनन प्रवेश कर के लिए जारी किये जाने वाले आइएसटीपी के रजिस्ट्रेशन धारक ट्रांसपोर्टर एवं वाहन मालिकों द्वारा ट्रक के स्थान पर ट्रैक्टरों को दिखाकर भारी पैमाने पर राजस्व की चोरी की जा रही थी। इसकी सूचना शासन में बैठे कर्मचारियों को लगातार मिल रही थी। प्रयागराज व आगरा के अलावा चंबल पुल बॉर्डर पर जब छापा मारकर कागजों को चेक किया गया तो मामला कम माल दर्शाकर राजस्व चोरी के स्थान पर पूरी तरह फर्जी आइएसटीपी का निकला। बताया गया है कि दूसरे प्रदेश से प्रदेश के अंदर खनन परिवहन करने वाला प्रवेश कर 50 रुपये प्रति घनमीटर के हिसाब से निर्धारित है जो कि ट्रकों पर 20 से 30 घनमीटर यानी 1000 से 1500 रुपये प्रवेश कर का बनता है जबकि ट्रैक्टरों पर यह चार से पांच घनमीटर यानी 200 से 250 रुपये बन रहा था इसी का फायदा उठाकर ट्रक के स्थान पर ट्रैक्टरों को दर्शाकर राजस्व की चोरी की जा रही थी। विभाग में भी ट्रकों के स्थान पर ट्रैक्टरों की आइएसटीपी जारी होकर राजस्व जमा हो रहा था। बताया गया है कि इसी आधार पर खनन अधिकारी इटावा ने भी जानकारी किये जाने पर ट्रैक्टरों के चलने की बात नकार दी थी। इसी राजस्व चोरी शंका को लेकर भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशक द्वारा छापा मारा गया था। जिसमें यह फर्जीबाड़ा पकड़ा गया। जिलाधिकारी श्रुति सिंह ने बताया कि जिला खनन अधिकारी को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कराया गया है।