आकाशीय बिजली के साथ रात भर बारिश,ओले भी गिरे
जागरण संवाददाता इटावा मंगलवार की देर रात से सुबह तक बारिश होने से ठंडक बढ़ गई। न्
जागरण संवाददाता, इटावा : मंगलवार की देर रात से सुबह तक बारिश होने से ठंडक बढ़ गई। न्यूनतम तापमान 10 व अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंगलवार की रात चौबिया, चकरनगर व ताखा क्षेत्र के कुछ इलाकों में ओले गिरने से किसानों की फसल खराब हो गई। शहर के आसपास तेज बिजली कड़कने से लोग सहमे रहे। शहर में रात भर पानी गिरने से जगह-जगह जलभराव हो गया।
गेहूं की पैदावार करने वाले किसान अचानक हुई बारिश को फसलों के लिए अमृत मानकर खुश है। बारिश से होने वाले नुकसान से संबंधित किसानों के चेहरे मुरझा गए, क्योंकि सरसों की खेती में ओलों ने किसानों के अरमानों पर पानी फेरा है। इस वर्ष जिले में सरसों की फसल 6 हजार 893 हेक्टेयर क्षेत्र में है, वहीं गेहूं की फसल 97 हजार 716 हेक्टेयर में तैयार की गई है। आये दिन मौसम में होने वाले परिवर्तन से सरसों की फसल को नुकसान बताया जा रहा है। यह बरसात गेहूं-जौ की खेती के लिए अमृत के समान है। किसान जो सिचाई की बात सोच रहे थे उन्हें बारिश से राहत मिल गई। जिला कृषि अधिकारी अभिनंदन सिंह ने बताया कि इस बरसात से ताखा एवं चकरनगर क्षेत्रों में सरसों की फसल को हल्का नुकसान हुआ है। किसी जनहानि की खबर नहीं मिल सकी है। ओले गिरने से गेहूं व सरसों की फसल बिछी
बसरेहर क्षेत्र में पानी व ओले गिरने से किसानों की आलू, गेहूं व सरसों की फसल को नुकसान पहुंचा है। ग्राम पंचायत रैपुरा में करीब 300 बीघा गेहूं की फसल खेत में बिछ गई। किसानों ने बताया कि मंगलवार की रात्रि को तेज पानी के साथ ओले भी गिरे। जिसके कारण फसलों को नुकसान पहुंचा है। मलखान सिंह की सात बीघा, विजय सिंह की छह बीघा, श्याम सिंह की पांच बीघा, मुमताज खां की आठ बीघा, रीतेश कुमार की आठ बीघा फसल को नुकसान पहुंचा है जबकि चौबिया क्षेत्र में मूंज, नीमासई, टिसुआ देव में भी किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा है।
आठ घंटे गुल रही बिजली मंगलवार की रात को जैसे ही आसमान में तेज आवाज के साथ बिजली कड़की तथा ओलो के साथ बरसात शुरू हुई, बिजली गुल हो गई। मंगलवार की रात को गुल हुई बिजली बुधवार की सुबह ही चालू हो सकी। जनपद में तकरीबन 8 घंटे तक अंधकार रहा।