आबादी क्षेत्र में दीवार से सुरक्षित होंगे रेलवे ट्रैक
जागरण संवाददाता इटावा दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर तीव्र सुपरफास्ट ट्रेनों का परिचालन सुरक्षित कराने के लिए आबादी क्षेत्र में फेनसिग कार्य शुरू हो गया है। इसके तहत अभी उन चिह्नित स्थानों पर दीवारों का निर्मा
जागरण संवाददाता, इटावा: दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर ट्रैक पर पशुओं और मानव के हादसे रोकने के लिए आबादी क्षेत्र में रेल लाइनों को दीवार से सुरक्षित कराने (फेंसिंग) का कार्य शुरू हो गया है। इसके लिए उन स्थानों को चिह्नित किया गया है, जहां से लोगों का आवागमन ज्यादा है और जानवरों का विचरण होता है।
रेलवे ट्रैक खुले होने से पशु उसपर टहलते रहते हैं। इसके कारण अकसर वे ट्रेनों के चपेट में आ जाते हैं। विशेष कर सुपरफास्ट ट्रेनों के साथ ये हादसे अधिक होते हैं। इसके लिए कई जगह आबादी क्षेत्र में होने से ट्रैक पार करके ही आवागमन करते हैं। कई स्थानों पर तो बच्चे वहां खेलते हैं। वे भी हादसे का शिकार होते हैं। इससे बचाव के लिए ऐसे क्षेत्र में ट्रैक के दोनों तरफ दीवार बनाकर सुरक्षित करने का प्रावधान है। लगातार हो रहे हादसे को देखते हुए रेलवे ने यह काम शुरू कर दिया है। पहले चरण में आबादी क्षेत्र तथा उन चिह्नित स्थानों पर फेंसिंग कार्य शुरू कराया जा रहा है जहां जनता का आवागमन तथा जानवरों का विचरण ज्यादा हो रहा है। इसके तहत इटावा जंक्शन के पूर्वी ओर फर्रुखाबाद रेलवे क्रासिग से गांधीनगर की ओर करीब 700 मीटर की लंबाई तथा 2 मीटर ऊंचाई की दीवार का निर्माण किया जा रहा है। इसके बाद दीवार मैनपुरी क्रॉसिग, राहतपुरा, सुंदरपुर सहित अन्य चिह्नित स्थानों पर निर्माण कार्य कराया जाएगा।
गांधीनगर अंडरपास पर कब्जा
रोडवेज बस स्टैंड तिराहा के पास रेलवे प्रशासन ने लाइन पार क्षेत्र के लोगों की आवागमन की सुविधा तथा बरसाती पानी की निकासी के लिए अंडरपास का निर्माण अर्से पूर्व से करा रखा था। दबंगों ने इस अंडरपास पर कब्जा कर लिया है। दीवार निर्माण होने के बाद इस क्षेत्र के लोगों को दो किमी का चक्कर लगाकर आवागमन करना पड़ेगा।
::::::::::::::::::::::::
ट्रेनों का परिचालन सुरक्षित कराने के लिए अभी आबादी क्षेत्र तथा चिह्नित स्थानों पर फेंसिंग कार्य कराया जा रहा है। रेलवे भूमि पर जहां कब्जा पाया जाएगा वहां स्थानीय प्रशासन के सहयोग से हटवाया जाएगा।
-महेंद्र सिंह मीणा, वरिष्ठ खंड अभियंता निर्माण