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रोज निकलते हैं 200 से अधिक ओवरलोड ट्रक

एक समय जब चंबल में खूंखार डाकुओं का आतंक हुआ करता था उस समय यहां डाकुओं की हुकूमत के अलावा किसी का प्रभाव नजर नहीं आता था लेकिन आज डाकुओं के खात्मे के बाद बड़े स्तर पर गैर कानूनी गतिविधियों का जोर बढ़ गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Aug 2019 06:44 PM (IST)Updated: Thu, 08 Aug 2019 06:20 AM (IST)
रोज निकलते हैं 200 से अधिक ओवरलोड ट्रक
रोज निकलते हैं 200 से अधिक ओवरलोड ट्रक

संवादसूत्र, बकेवर : एक समय जब चंबल में खूंखार डाकुओं का आतंक हुआ करता था उस समय यहां डाकुओं की हुकूमत के अलावा किसी का प्रभाव नजर नहीं आता था लेकिन आज डाकुओं के खात्मे के बाद बड़े स्तर पर गैर कानूनी गतिविधियों का जोर बढ़ गया है। गैर कानूनी गतिविधियों में सबसे अधिक बोलबाला अगर किसी का कहा जायेगा तो वो है अवैध खनन से कमाई का। ओवरलोड ट्रक इस कारोबार के लिए सोने की चिड़िया बन चुके हैं। हर कोई अपनी अपनी जेब गर्म करना चाहता है। चाहे वह सत्ता से जुड़ा हुआ हो या फिर विपक्ष का कोई नुमाइंदा हो। सिर्फ इतना ही नहीं पुलिस का आदमी हो या फिर प्रशासन का आदमी। हर किसी की चाहत खनन के अवैध धंधे की कमाई से अपने आप को मालामाल करने की है। मध्य प्रदेश की सीमा से आने वाले चकरनगर-सिडौस मार्ग की बात करें तो इस सड़क से 200 से लेकर 300 ट्रक रोजाना मौरंग लेकर निकलते हैं। हाल के दिनों में अगर बात करें तो तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण के वक्त हुई पुलिस और दलालों के खिलाफ कार्रवाई ने खनन की गतिविधियों पर जरूर रोक लगाई थी लेकिन उनके इटावा से हटने के बाद खनन के गतिविधियां व्यापक हो चली हैं। बेशक जिले में बैठे अफसर खनन की गतिविधियों के काबू में रहने की बात कहते हों लेकिन इसके बावजूद यह कारोबार एक बड़ा धंधा बन चुका है। एक हजार से अधिक वाहनों पर हो चुकी कार्रवाई अगर बात करें सहसों इलाके के बल्लो की गढि़या से लेकर बकेवर तक योगी सरकार के काबिज होने के बाद एक ह•ार से अधिक छोटे बड़े वाहनों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा चुकी है फिर भी अवैध खनन का धंधा आज भी जोर पकड़े हुए है। खनन के अवैध धंधे में दबी जुबान से स्थानीय लोगों की ओर से बकेवर चकरनगर और सहसों थाना प्रभारियों के अलावा पुलिस की मिलीभगत की संलिप्तता बताई जाती है। इसी आधार पर जनप्रतिनिधियों की ओर से भी पुलिस और प्रशासनिक अफसरों पर सवाल उठाए जाते हैं लेकिन जब मिली भगत के सबूत की बात आती है तो फिर किसी के भी पास कोई भी सबूत नही मिलता है। भाजपा की भरथना विधायक सावित्री कठेरिया का कहना है कि पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के गठजोड़ के कारण उनके इलाके से अवैध खनन का कारोबार करके उनको बदनाम करने की कोशिश की जा रही है ताकि उनके इलाके में उनकी छवि खराब हो।

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