अब यातायात कर्मी भी ई-चालान कर सकेंगे
जागरण संवाददाता इटावा जनपद की ट्रैफिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए व ट्रैफिक नियमों क
जागरण संवाददाता, इटावा : जनपद की ट्रैफिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए व ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के ई-चालान करने के उद्देश्य से एसएसपी डा. बृजेश कुमार सिंह ने गुरुवार को अपने कार्यालय में यातायात कर्मियों को 30 मोबाइल फोन व 44 सिम प्रदान किए। अब इसके जरिए बिना वाहन को रोके ही ट्रैफिक का उल्लंघन करने वाले लोगों का स्वत: ही चालान हो जाएगा। एसएसपी ने बताया कि मोबाइल फोन के जरिए ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों का मौके पर ही चालान करने के लिए मोबाइल फोन दिए जा रहे हैं। पहले यातायात पुलिस कागज की चालान बुक से चालान करती थी। इससे सिपाहियों पर लेनदेन के आरोप लगते थे और अक्सर लोगों से कहासुनी होती थी। इस समस्या को देखते हुए ट्रैफिक जवानों को यातायात निदेशालय के निर्देश पर मोबाइल फोन दिए गए हैं। इससे उन्हें चालान करने में आसानी होगी।
इस अवसर पर एएसपी ग्रामीण ओमवीर सिंह, एएसपी सिटी प्रशांत कुमार प्रसाद व टीएसआइ राजकुमार शर्मा मौजूद रहे।
रोडवेज के सात एटीआइ निलंबित, एआरएम को जांच
जागरण संवाददाता, इटावा : चार दिन पूर्व रोडवेज बस में बिना टिकट 33 यात्री मिलने के मामले में इटावा से फर्रुखाबाद के बीच चेकिग करने वाले सात एटीआइ (सहायक यातायात इंस्पेक्टर) भी निलंबित कर दिए गए हैं। विभागीय जांच एआरएम औरैया को सौंपी गई है। मामले में चालक-परिचालक को बर्खास्त करने के साथ ही दो एआरएम, यातायात अधीक्षक व यातायात इंस्पेक्टर बुधवार को निलंबित किए जा चुके हैं।
गाजियाबाद के क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह ने बीते सोमवार को फर्रुखाबाद-इटावा मार्ग पर बेवर कुसमरा के निकट इटावा डिपो की बस चेक की, जिसमें गड़बड़ी मिली थी। मामले को शासन ने काफी गंभीरता से लिया है। इसके बाद इस मार्ग पर बसों की नियमित चेकिग करने वाले सात एटीआइ निलंबित कर दिए गए हैं। क्षेत्रीय प्रबंधक इटावा दीपक चौधरी ने बताया कि सातों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। निलंबित एआरएम की जांच लखनऊ मुख्यालय स्तर से होगी। रोडवेज बसों में बिना टिकट यात्री सफर न करें, इसके लिए और अधिक कड़ी चेकिग शुरू करा दी गई है। इसके अलावा अंतर क्षेत्रीय चेकिग अभियान जारी है। सभी को कर्तव्य निष्ठा और ईमानदारी से काम करना चाहिए।
बिना टिकट यात्रियों को लेकर चर्चा
रोडवेज में बिना टिकट 33 यात्रियों के पकड़े जाने को लेकर कई तरह की चर्चा है। परिवहन निगम से जुड़े लोगों का कहना है कि कई चालक-परिचालक बस स्टेशन पर बुकिग कराने के बजाए यात्रियों को बाहर से बैठाकर चल देते हैं। एक-एक टिकट बनाने में समय लगता है, इसलिए पकड़े जाते हैं। दूसरी ओर कुछ लोगों का कहना है कि कोरोना काल में बस में सीट संख्या के अनुरूप 52 यात्री सवार होते हैं। इसके तहत कई चालक-परिचालक यात्रियों की संख्या और कम दर्शाकर यात्रियों को बिना टिकट यात्रा कराकर चोरी करते हैं। आरएम दीपक चौधरी ने बताया कि जांच में सभी पहलुओं पर गहनता से छानबीन हो रही है।